CM एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर साधा निशाना, कहा हमारी पार्टी कोई प्राइवेट लिमिटेड कंपनी नहीं
एकनाथ शिंदे व उद्धव ठाकरे (Photo: Twitter)

नई दिल्ली, 22 सितंबर : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे दिल्ली दौरे पर हैं. आज दिल्ली स्तिथ महाराष्ट्र सदन में हुए एक कार्यक्रम में बोलते हुए एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर जमकर निशाना साधा. शिंदे ने कहा कि हमारी पार्टी कोई प्राइवेट लिमिटेड कंपनी नहीं है, यहां कोई नौकर नहीं है. हम बालासाहेब ठाकरे के असली विचारों को आगे बढ़ाने वाली पार्टी हैं. वहीं वेदांता प्रोजेक्ट गुजरात जाने को लेकर पूछे सवाल पर एकनाथ शिंदे ने कहा वेदांता का दूसरा इन्वेस्टमेंट महाराष्ट्र आएगा. इसके लिए पीएम मोदी और अमित शाह से बात की है. मुंबई में आज उद्धव ठाकरे ने अपने गुट के समर्थकों के सामने रैली की तो वहीं दिल्ली में एकनाथ शिंदे ने पलटवार किया.

एकनाथ शिंदे ने कहा कि आप हमें देशद्रोही कहते हैं, सत्ता के लिए बालासाहेब के विचारों को आपने छोड़ दिया, तो देशद्रोही कौन है? उन्होंने कहा कि देशद्रोह हमारे खून में नहीं है. ये जनता है, वो सब जानती है कि देशद्रोही कौन है और खुद्दार कौन? शिंदे ने कहा कि लोगों ने आपको खारिज कर दिया है, क्योंकि आप एनसीपी और कांग्रेस के साथ गए थे. एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर हमला बोलते हुए कहा कि मैं मुख्यमंत्री बना क्योंकि मैं एक दाता हूं, आप लोग सिर्फ लेने वाले हैं. एकनाथ शिंदे ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि हमें खोका कहा जा रहा है. समय आने सब कुछ बताऊंगा. मेरे अलावा किसके पास सबका हिसाब होगा, ये महाराष्ट्र में बताऊंगा, दिल्ली में नहीं. यह भी पढ़ें : Haryana: हरित क्रान्ति के बाद हरियाणा नील क्रान्ति की ओर अग्रसर

एकनाथ शिंदे ने सवाल किया कि सरकार बनाने की मूर्खता किसने की? सरकार बनाने के लिए कांग्रेस-राष्ट्रवादियों के साथ कौन गया था? उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को बाप चोरी करने वाला गिरोह बताया था. इस पर पलटवार करने हुए एकनाथ शिंदे ने कहा कि यदि आप हमें एक ऐसा गिरोह कहते हैं, जो पिता को चुराता है, तो क्या हमें आपको वो गिरोह कहना चाहिए, जो पिता की पार्टी और विचारों को बेचते हैं?

एकनाथ शिंदे ने वेदांता प्रोजेक्ट पर पूछे सवाल के जवाब में कहा कि हमारी सरकार 2 महीने पुरानी है और हमने ऐसे फैसले लिए हैं, जो 2 साल में नहीं लिए गए. वेदांता का दूसरा इन्वेस्टमेंट महाराष्ट्र आएगा. मैंने पीएम मोदी और अमित शाह से बात की है. पिछली सरकार के कारण बहुत सारे उद्योग राज्य से बाहर हो गए.