नई दिल्ली: वाणिज्य मंत्रालय ने 3 अगस्त को एक अधिसूचना में कहा कि केंद्र सरकार ने लैपटॉप, टैबलेट और कंप्यूटर के आयात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है. रिपोर्ट के अनुसार नोटिस में लिखा गया है कि प्रतिबंधित आयात के लिए वैध लाइसेंस के तहत आयात की अनुमति दी जाएगी. नोटिफिकेशन में कहा गया है, "HSN 8741 के तहत आने वाले लैपटॉप, टैबलेट, ऑल-इन-वन पर्सनल कंप्यूटर और अल्ट्रा स्मॉल फॉर्म फैक्टर कंप्यूटर और सर्वर का आयात 'प्रतिबंधित' होगा." India Is Now Among Apple's Top 5 Markets: भारत एप्पल के शीर्ष 5 स्मार्टफोन बाजारों में से एक- रिपोर्ट.
हालांकि, एक लैपटॉप, टैबलेट, ऑल-इन-वन पर्सनल कंप्यूटर, या अल्ट्रा स्मॉल फॉर्म फैक्टर कंप्यूटर के आयात के लिए लाइसेंस पर शर्तों के साथ छूट मिलेगी. इसमें ई-कॉमर्स पोर्टल से पोस्ट या कूरियर के माध्यम से खरीदे गए कंप्यूटर भी शामिल हैं.
मंत्रालय ने कहा, "इस शर्त के साथ आयात की अनुमति दी जाएगी कि आयातित सामान का उपयोग केवल बताए गए उद्देश्यों के लिए किया जाएगा और बेचा नहीं जाएगा. इसके अलावा, इच्छित उद्देश्य के बाद, उत्पादों को या तो उपयोग के बाद नष्ट कर दिया जाएगा या फिर से निर्यात किया जाएगा."
यह फैसला ऐसे समय पर लिया गया है जब सरकार मेक इन इंडिया पर जोर दे रही है. इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग निकाय मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के पूर्व महानिदेशक अली अख्तर जाफरी ने कहा, "इस कदम का उद्देश्य विनिर्माण को भारत में बढ़ावा देना है. यह एक सकारात्मक फैसला है."
डेल, एसर, सैमसंग, एलजी, पैनासोनिक, एप्पल इंक, लेनोवो और एचपी इंक भारतीय बाजार में लैपटॉप बेचने वाली कुछ प्रमुख कंपनियां हैं और एक बड़ा हिस्सा चीन जैसे देशों से आयात किया जाता है.