Phone Tapping Case: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की ओर से मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे की मदद से 2009 और 2017 के बीच कथित तौर पर एनएसई कर्मचारियों के फोन टैप करने के लिए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की पूर्व सीईओ-सह-एमडी चित्रा रामकृष्ण (Chitra Ramkrishna) का बयान दर्ज करने की संभावना है. रामकृष्ण फिलहाल सलाखों के पीछे हैं. जांच एजेंसी न्यायिक हिरासत में उनका बयान दर्ज करने की अनुमति के लिए अदालत जा सकती है.
उनसे पूछताछ महत्वपूर्ण है, क्योंकि उन्हें इस मामले में एक आरोपी बनाया गया है. सीबीआई ने शुक्रवार को इस सिलसिले में अपने मुंबई मुख्यालय में पांडे का बयान दर्ज किया था। सीबीआई सूत्रों ने बताया कि जांच में शामिल होने के लिए उन्हें फिर से बुलाया जा सकता है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर संघीय जांच एजेंसी ने यह मामला दर्ज किया था. सीबीआई ने इस सिलसिले में मुंबई, पुणे और देश के कई अन्य हिस्सों में भी छापेमारी की थी. यह भी पढ़े: Phone Tapping Case: मुंबई पुलिस ने करीब दो घंटे तक फडणवीस का बयान दर्ज किया
सूत्रों ने कहा, पांडे आईसेक सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड चलाते थे. यह आरोप लगाया गया है कि रामकृष्ण ने एनएसई के कर्मचारियों के फोन टैप करने के लिए इस फर्म का इस्तेमाल किया. एनएसई कर्मचारियों द्वारा सुबह 9 बजे से 10 बजे के बीच किए गए फोन कॉल को टैप किया गया और आईसेक सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रिकॉर्ड किया गया. यह आरोप लगाया गया है कि पांडे ने अवैध रूप से फोन टैप करने में मदद की. सूत्र ने कहा कि वे मामले में शामिल लोगों के बयान दर्ज करेंगे.