BPSC Exam Row: जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. प्रशांत बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर पटना के गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे थे. पटना के जिला अधिकारी (DM) चंद्रशेखर सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि गांधी मैदान में धरना देना प्रतिबंधित था. इसलिए पुलिस ने सोमवार सुबह प्रशांत किशोर और उनके समर्थकों को गांधी मैदान से हटा दिया. पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
प्रशांत किशोर को मेडिकल जांच के लिए पटना एम्स ले जाया गया है. आज उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा.
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प्रशांत किशोर पटना में गिरफ्तार
Prashant Kishor has been arrested. He had been on fast unto death to press demand for cancellation of Bihar PSC exam in Patna. pic.twitter.com/0AU4iNINXm
— Sneha Mordani (@snehamordani) January 6, 2025
आमरण अनशन क्यों?
प्रशांत किशोर ने 2 जनवरी 2025 को अनशन शुरू किया था. वह उन सिविल सेवा अभ्यर्थियों का समर्थन कर रहे थे, जो 13 दिसंबर को हुई BPSC परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने के आरोपों के बाद परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे थे. हालांकि, BPSC ने केवल कुछ अभ्यर्थियों के लिए पुनर्परीक्षा का आदेश दिया था, जो 4 जनवरी को पटना के 22 केंद्रों पर हुई.
BPSC के अनुसार, 12,012 में से 8,111 अभ्यर्थियों ने अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड किए, जबकि 5,943 उम्मीदवार ही पुनर्परीक्षा में शामिल हुए. आयोग ने बताया कि पुनर्परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित हुई और किसी भी तरह की गड़बड़ी की सूचना नहीं मिली.
प्रशासन और समर्थकों का पक्ष
प्रशासन का कहना है कि गांधी मैदान पर धरना देना अवैध था, जबकि प्रशांत किशोर और उनके समर्थकों का कहना है कि यह आंदोलन युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने और परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए था. प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक और सामाजिक हलकों में इस मामले पर चर्चा तेज हो गई है.
अब देखना होगा कि कोर्ट में इस मामले का क्या निर्णय होता है और प्रशांत किशोर का आंदोलन क्या मोड़ लेता है.