सेंसेक्स में 3.47 फीसदी और निफ्टी में 3.32 फीसदी की तेजी
शेयर बाजार (Photo Credits: PTI)

मुंबई: कच्चे तेल(Crude Oil) की कीमतों में लगातार जारी गिरावट और डॉलर(Dollar) के खिलाफ रुपये में मजबूती के कारण घरेलू शेयर बाजारों(Stock Market) में बीते हफ्ते तेजी का रूख रहा और सेंसेक्स(Sensex) ने 36,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर एक बार फिर पार कर लिया. साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 1,213.28 अंकों या 3.47 फीसदी की तेजी के साथ 36,194.30 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 350 अंकों या 3.32 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 10,876.75 पर बंद हुआ. बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 159.01 अंकों या 1.07 फीसदी की तेजी आई और यह 15,039.35 पर बंद हुआ, जबकि स्मॉलकैप सूचकांक 76.33 अंकों या 0.53 फीसदी की तेजी के साथ 14,427.16 पर बंद हुआ.

सोमवार को शेयर बाजारों की मजबूत शुरुआत हुई और सेंसेक्स 373.06 अंकों या 1.07 फीसदी की तेजी के साथ 35,354.08 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 101.85 अंकों या 0.97 फीसदी की तेजी के साथ 10,628.60 पर बंद हुआ. मंगलवार को सेंसेक्स 159.06 अंकों या 0.45 फीसदी की तेजी के साथ 35,513.14 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 57 अंकों या 0.54 फीसदी की तेजी के साथ 10,685.60 पर बंद हुआ. बुधवार को सकारात्क वैश्विक संकेतों से सेंसेक्स 203.81 अंकों या 0.57 फीसदी की तेजी के साथ 35,716.95 पर बंद हुआ और निफ्टी 43.25 अंकों या 0.40 फीसदी की तेजी के साथ 10,28.85 पर बंद हुआ.

गुरुवार को शेयर बाजारों में जोरदार तेजी का दौर रहा और सेंसेक्स 453.46 अंकों या 1.27 फीसदी की तेजी के साथ 36,170.41 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 129.85 अंकों या 1.21 फीसदी की तेजी के साथ 10,858.70 पर बंद हुआ. शुक्रवार को कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन सेंसेक्स 23.89 अंकों या 0.07 फीसदी की वृद्धि के साथ 36,194.30 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 18.05 अंकों या 0.17 फीसदी की तेजी के साथ 10,876.75 पर बंद हुआ. बीते सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे - टीसीएस (8.56 फीसदी), इंफोसिस (7.42 फीसदी), इंडसइंड (6.70 फीसदी), महिंद्रा एंड महिंद्रा (5.96 फीसदी) और रिलायंस (5.93 फीसदी).

सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे - यस बैंक(Yes Bank) (13.24 फीसदी), ओएनजीसी(ONGC) (7.88 फीसदी), सन फार्मा (6.37 फीसदी), टाटा मोटर्स (5.65 फीसदी) और कोल इंडिया(Coal India) (4.85 फीसदी). विदेशी मुद्रा(Foreign Currency) बाजार में, रुपये की हालत डॉलर के मुकाबले सुधरी है और पिछले सत्र में यह प्रति डॉलर 69.85 रुपये के भाव पर बंद हुआ. वैश्विक वस्तुओं(Global Objects) के बाजार में, कच्चे तेल का जनवरी 2019 का सौदा 59 डॉलर प्रति बैरल (एक बैरल में 159 लीटर) भाव पर हुआ.

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पिछले कारोबारी सत्र में कच्चे तेल की कीमत 59.51 डॉलर प्रति बैरल रही थी. वैश्विक मोर्चे पर, चीन(China) के सेवा क्षेत्र की रफ्तार में लगातार दूसरे महीने गिरावट दर्ज की गई. आधिकारिक गैर-विनिर्माण पर्चेजिंग मैनेजर्स इडेक्स(Non-Manufacturing Purchasing Managers' Ideks) नवंबर(November) में 53.4 पर रहा, जोकि अक्टूबर में 53.9 पर था. वहीं, चीन के विनिर्माण क्षेत्र में भी दो सालों में पहली बार नवंबर में मंदी देखी गई. आधिकारिक पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स(Purchasing Managers' Ideks) नवंबर में 50.0 पर रहा, जोकि अक्टूबर में 50.2 पर था. इस सूचकांक में 50 से कम का अंक मंदी का तथा 50 से अधिक का अंक तेजी का संकेत है.