Bihar Ambulance Controversy: पप्पू यादव के आरोपों पर BJP नेता राजीव प्रताप रूडी ने दी सफाई, कहा- 'एंबुलेंस घर में नहीं, सामुदायिक केंद्र परिसर में खड़ी थी'
राजीव प्रताप रूडी (Photo CreditsmANI)

Bihar Ambulance Controversy:  जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव (Pappu Yadav)  द्वारा पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी (Rajiv Pratap Rudy) पर एंबुलेंस के बेकार खड़ा रखने के आरोपों पर मंगलवार को रूडी ने सफाई दी. उन्होंने कहा कि एंबुलेंस घर में नहीं बल्कि सामुदायिक केंद्र परिसर में लगाए गए थे.उन्होंने कहा कि अपराधी से लड़ना आसान है लेकिन राजनीतिक अपराधी से लड़ाई करना आसान नहीं है. पत्रकारों से बातचीत के दौरान सांसद रूडी ने कहा कि उन्हें किसी से व्यक्तिगत लड़ाई नहीं करनी है, लेकिन आज जो हालात बने हैं उसमें हमें सफाई देनी पड़ रही है.

उन्होंने कहा कि आरोप लगाया गया कि एंबुलेंस मेरे घर में खड़ी थीं, जबकि हकीकत है कि यह किसी के घर में नहीं बल्कि सामुदायिक केंद्र परिसर में थीं और उस केंद्र में चाहरदीवारी भी नहीं है. उन्होंने कहा कि जिस जमीन का जिक्र हो रहा है वह भी सरकार के नाम से निबंधित है. उन्होंने कहा, "राजनीतिक अपराधी से लड़ना बेहद मुश्किल है। बड़े ही दुखी मन के साथ आज प्रेस वार्ता कर रहा हूं. यह भी पढ़े: Bihar: सांसद मद की एंबुलेंस बेकार पड़े होने पर BJP MP राजीव प्रताप रूडी और पप्पू यादव आमने-सामने

रूडी ने बताया कि पप्पू यादव के खिलाफ 32 मामले दर्ज हैं.  ऐसे में अपराधी यदि मंदिर में बैठ जाए तो संत नहीं हो सकता.  भाजपा नेता ने कहा कि कई एंबुलेंस चालक कोरोना काल में छोड़कर चले गए. कई के बीमा और फिटनेस फेल थे, ऐसे में तो एंबुलेंस नहीं चलवाई जा सकती. उन्होंने गर्व के साथ कहा, "एम्बुलेंस परिचालन में सारण बिहार ही नहीं देश का पहला ऐसा जिला है, जहां इतनी संख्या में सांसद निधि की एम्बुलेंस पिछले कई वर्षों से संचालित की जा रही हैं और इसका मुझे गर्व है.

उन्होंने कहा कि इसके लिए एक केंद्रीकृत कंट्रोल रूम है. उन्होंने बताया कि जिला एम्बुलेंस संचालन समिति के तहत एम्बुलेंस संचालित होती हैं, जिसके अध्यक्ष डीडीसी होते हैं.  पंचायतों में मुखिया की यह जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि मुखिया पर भी प्रश्न उठाए जा रहे हैं, वे भी जनप्रतिनिधि हैं.

रूडी ने कहा कि जब हमने ड्राइवर के नहीं रहने के कारण एम्बुलेंस खड़े होने की बात कही तब पप्पू यादव ने 40 ड्राइवर भेजे जाने की बात कही थी, लेकिन हकीकत यह है कि कोई हमारे पास नहीं आया. उन्होंने कहा कि हमने पहले ही जिलाधिकारी को चिट्ठी लिखकर एम्बुलेंस ड्राइवर की मांग की थी. रूडी ने पप्पू के आरोपों के जवाब में कहा कि वे किसी को जेल नहीं भेज सकते. उन्होंने कहा कि न्यायालय द्वारा एक मामले में वारंट जारी किया गया था, जिसमें पूर्व सांसद की गिरफ्तारी हुई.

उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले पूर्व सांसद पप्पू यादव ने रूडी के क्षेत्र का दौरा करने के क्रम में कई एंबुलेंस की तस्वीर जारी कर कहा था कि सांसद मद की राशि से खरीदी गई कई एंबुलेंस छिपाकर रखी गई हैं.