हैदराबाद, 28 नवंबर : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को दावा किया कि उनकी 'भारत जोड़ो यात्रा' ने भारतीय राजनीति को हमेशा के लिए बदल दिया क्योंकि इसने राजनीतिक चर्चा में 'मोहब्बत' शब्द को वापस ला दिया. हैदराबाद के नामपल्ली निर्वाचन क्षेत्र में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ''महात्मा गांधी के समय में राजनीति में 'मोहब्बत' शब्द का इस्तेमाल किया जाता था.'' 'भारत जोड़ो यात्रा' से पहले कोई भी राजनीति में मोहब्बत शब्द का इस्तेमाल नहीं कर रहा था. हमने राजनीति में प्यार को बढ़ावा दिया. राहुल गांधी ने दोहराया कि उनका लक्ष्य 'नफरत के बाजार' में 'मोहब्बत की दुकान' खोलना है. भारत प्रेम और भाईचारे का देश है, कहते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस और अन्य कट्टरपंथी देश में नफरत फैला रहे हैं.
राहुल गांधी ने कहा, "मैं मोदी से उस नफरत से लड़ रहा हूं जो उनके दिल में है, उनके गुस्से से है और इसीलिए अलग-अलग राज्यों में 24 मामले हैं. पहली बार मानहानि के मामले में मुझे दो साल की सजा सुनाई गई. उन्होंने मेरा घर छीन लिया. मैंने उनसे कहा कि मैं किसी इमारत में नहीं बल्कि करोड़ों लोगों के दिलों में रहता हूं.'' राहुल गांधी ने इसे विचारधारा की लड़ाई बताते हुए दावा किया कि उनका परिवार दशकों से यह लड़ाई लड़ रहा है. उन्होंने साफ किया कि इस लड़ाई में समझौते का कोई सवाल ही नहीं है. असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) का गढ़ माने जाने वाले निर्वाचन क्षेत्र में बोलते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और एमआईएम का भाजपा के साथ हाथ मिला हुआ है. यह भी पढ़ें : ज्ञानवापी सर्वे रिपोर्ट सौंपने के लिए एएसआई ने तीन सप्ताह का और समय मांगा, अगली सुनवाई बुधवार को
राहुल गांधी ने पूछा, "मेरे खिलाफ 24 मामले हैं. ईडी, सीबीआई और अन्य एजेंसियां मेरे पीछे पड़ी हैं. ओवैसी के खिलाफ कितने मामले हैं. कौन सी एजेंसी ओवैसी के पीछे है." एआईएमआईएम के पास असम में कोई वोट नहीं है, लेकिन वह वहां अपने उम्मीदवार उतारते हैं और उम्मीदवारों की सूची भी भाजपा से आती है. ओवैसी की पार्टी राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और गोवा में भी चुनाव लड़ती है. जब भी वे कांग्रेस को नुकसान पहुंचा सकते हैं और भाजपा की मदद कर सकते हैं, वे अपने उम्मीदवार उतारते हैं. राहुल गांधी ने दावा किया कि उनका पहला लक्ष्य देश से नफरत खत्म करना है. उन्होंने मोदी पर देश में नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि केसीआर और औवेसी इसमें उनकी मदद कर रहे हैं. हमें केंद्र में मोदी को हराना होगा और इसके लिए सबसे पहले हमें तेलंगाना में केसीआर को हराना होगा.
बीआरएस, बीजेपी और एआईएमआईएम को एक टीम बताते हुए उन्होंने पूछा कि जब केसीआर देश में सबसे भ्रष्ट सरकार चला रहे हैं तो वे उनके खिलाफ क्यों नहीं हैं. आरोप लगाया कि बीआरएस ने जीएसटी, नोटबंदी और संसद में अन्य विधेयकों को पारित कराने में मोदी का समर्थन किया. उन्होंने आरोप दोहराया कि केसीआर ने कालेश्वरम परियोजना में एक लाख करोड़ रुपये का घोटाला किया है. उन्होंने कहा कि मैंने कालेश्वरम देखा है. बैराज डूब रहा है. खंभों में बड़ी दरारें हैं. केसीआर ने कंप्यूटरीकरण के नाम पर धरणी पोर्टल के जरिए 20 लाख लोगों की जमीनें भी छीन लीं. केसीआर ने कहा है कि कांग्रेस ने क्या किया है? मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि जिन सड़कों पर वह चलते हैं और जिस स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय में वह गए, वे सभी कांग्रेस द्वारा बनाए गए थे." उन्होंने दावा किया कि यह कांग्रेस ही थी जिसने हैदराबाद मेट्रो, नया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाया और शहर को एक महत्वपूर्ण वैश्विक आईटी गंतव्य के रूप में विकसित किया.