सरकारी स्वामित्व वाले बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) ने धन की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (MCLR) में शनिवार को 0.05 प्रतिशत की वृद्धि की घोषणा की. बढ़ी हुई दर सात मई से प्रभावी होगी. बीओबी ने एक दिन के कर्ज पर ब्याज दर को 8.25 प्रतिशत से बढ़ाकर 8.30 प्रतिशत कर दिया है. बैंक ने एक महीने और तीन महीने के कर्ज पर ब्याज दर बढ़ाकर क्रमशः 8.35 प्रतिशत और 8.45 प्रतिशत कर दिया है. बीओबी ने शेयर बाजार बीएसई को जानकारी दी है कि छह महीने और एक साल की अवधि के कर्ज पर एमसीएलआर को बढ़ाकर क्रमशः 8.65 प्रतिशत एवं 8.70 फीसदी कर दिया गया है.
दरअसल, एमसीएलआर को 'मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट' भी कहते हैं. इसमें बैंक अपने फंड की लागत के हिसाब से लोन की दरें तय करते हैं. ये बेंचमार्क दर होती है. इसके बढ़ने से आपके द्वारा बैंक से लिए गए सभी तरह के लोन महंगे हो जाते हैं और फिर उसे पहले की तुलना में ज्यादा ईएमआई देनी पड़ती है. यह भी पढ़ें- बैंक ऑफ बड़ौदा में विजया और देना बैंक के विलय को केंद्रीय कैबिनेट ने दी मंजूरी, एक भी कर्मचारी की नहीं होगी छंटनी
बता दें कि विजया बैंक और देना बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय एक अप्रैल से प्रभावी हुआ था. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बयान में कहा था, 'विजया बैंक और देना बैंक की सभी शाखाएं एक अप्रैल 2019 से बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखाओं के रूप में काम करेंगी. विजया बैंक और देना बैंक के जमाकर्ताओं समेत ग्राहकों को एक अप्रैल 2019 से बैंक ऑफ बड़ौदा का ग्राहक माना जाएगा.'
भाषा इनपुट