Gaganyaan Astronaut Ajit Krishnan: पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच वायुसेना ने गगनयान अंतरिक्ष यात्री अजीत कृष्णन को वापस बुलाया
गगनयान अंतरिक्ष यात्री अजीत कृष्णन (Photo Credits: X)

Operation Sindoor: भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान के लिए चुने गए चार भारतीय वायुसेना अधिकारियों में से एक ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन को भारतीय वायुसेना ने तत्काल वापस बुला लिया है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के साथ सैन्य तनाव बढ़ने के बीच यह कदम उठाया गया है. कृष्णन दिल्ली में ग्लोबल स्पेस एक्सप्लोरेशन कॉन्फ्रेंस (Global Space Exploration Conference) में भाग लेने आए थे, तभी उन्हें वापस आने का कॉल आया. द प्रिंट से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे भारतीय वायुसेना ने वापस बुलाया है. आप जानते हैं, मौजूदा स्थिति के कारण. उनकी टिप्पणी भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकी शिविरों पर सटीक हवाई हमले करने के बाद बढ़े हुए अलर्ट का संदर्भ देती है. ये हमले पहलगाम (Pahalgam) में हाल ही में हुए आतंकी हमले (Terror Attack) के जवाब में किए गए थे.

गगनयान मिशन, जिसकी पहली मानवयुक्त उड़ान 2027 की शुरुआत में शुरू होने की उम्मीद है, तीन अंतरिक्ष यात्रियों को तीन दिनों के लिए पृथ्वी की निचली कक्षा में भेजने की योजना बना रहा है. उसके बाद वे सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस आ जाएंगे. फिलहाल, कृष्णन और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री अंगद प्रताप भारत में प्रशिक्षण ले रहे हैं. अन्य दो क्रू सदस्य शुभांशु शुक्ला और प्रशांत बी नायर आगामी एक्सिओम-4 मिशन (Axiom-4 Mission) के लिए अमेरिका में प्रशिक्षण ले रहे हैं. यह भी पढ़ें: कल पाकिस्तान के निशाने पर थे भारत के 15 शहर, मिसाइलें भी दागी, लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने किया कमाल

बता दें कि 2003 में भारतीय वायुसेना में शामिल हुए ग्रुप कैप्टन कृष्णन एक अनुभवी परीक्षण पायलट और उड़ान प्रशिक्षक हैं. उनके पास Su-30 MKI और MiG-29 जैसे विमानों पर लगभग 2,900 घंटे उड़ाने का अनुभव है. उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय और रूसी अंतरिक्ष एजेंसियों दोनों के समर्थन से अंतरिक्ष यात्रियों का प्रशिक्षण अच्छा चल रहा है. इसरो बेंगलुरु में एक समर्पित अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण केंद्र स्थापित कर रहा है.

भारत के गगनयान कार्यक्रम ने पहले ही कई महत्वपूर्ण चरण पूरे कर लिए हैं, जिनमें निरस्त और बिना चालक दल के परीक्षण उड़ानें शामिल हैं. इसरो ने मानवयुक्त उड़ान शुरू करने से पहले दो और बिना चालक दल के मिशन की योजना बनाई है, जिसमें एक मानव रोबोट व्योममित्र (Vyomitra) के साथ भी शामिल है.

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