नई दिल्ली, 24 सितम्बर : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सीयूईटी यूजी के तहत प्रारंभ होने वाले अंडरग्रेजुएट एडमिशन के साथ ही नए एडमिशन ले रहे अन्य छात्रों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. छात्र एडमिशन प्रक्रिया में कोई भी समस्या होने पर इन नंबरों पर कॉल करके सहायता प्राप्त कर सकते हैं. वैसे तो प्रति वर्ष ही यूजी एडमिशन के समय हेल्प लाइन नंबर जारी करना और हेल्प डेस्क लगाने जैसे कार्य किए जाते हैं लेकिन इस बार दिल्ली विश्वविद्यालय में पहली बार 12वीं की कट-ऑफ के बजाए सीयूईटी के मध्यम से एडमिशन होने रहे हैं. इसकी वजह से छात्रों के मन में कई सवाल और थोड़ा नयापन है. यही कारण है कि इस वर्ष छात्रों की सहायता के लिए अधिक पुख्ता इंतजाम की तैयारी की जा रही है.
हेल्पलाइन से संपर्क करने के इच्छुक छात्र इन नंबरों पर अपनी समस्याएं दर्ज करा सकते हैं 9999262612, 9899111174, 96435 88181, 99582 61595, 95558 01657. दिल्ली विश्वविद्यालय के यूजी, पीजी व अन्य सभी पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने के इच्छुक सभी छात्रों के लिए यह नंबर जारी किए गए हैं. यह भी पढ़ें : अंकिता भंडारी की हत्या के मामले में बेटे की गिरफ्तारी के बाद विनोद आर्य भाजपा से निष्कासित
दिल्ली विश्वविद्यालय समेत देशभर के अधिकांश केंद्रीय विश्वविद्यालयों में यूजी एडमिशन का प्रथम फेस शुरू हो चुका है. दाखिले के प्रथम चरण में छात्रों को अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना है. दिल्ली विश्वविद्यालय में सीयूईटी के आधार पर अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने के इच्छुक छात्रों के लिए दूसरा चरण 26 सितंबर से होगा. दूसरा चरण 26 सितंबर से शुरू होकर 10 अक्टूबर तक जारी रहेगा. इस दौरान पहले चरण में शुरू की गई पंजीकरण प्रक्रिया भी दूसरे चरण के साथ साथ चालू रहेगी. दूसरे फेस में छात्र अपनी वरीयता के आधार पर दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले विभिन्न कोर्स, प्रोग्राम और कॉलेजों का चयन कर सकेंगे.
इसके अलावा 26 सितंबर से दूसरे फेस के शुरू होते ही, एबीवीपी ने छात्रों की मदद करने और उनकी एडमिशन संबंधित समस्याएं दूर करने हेतु हेल्प डेस्क लगाने का भी इंतजाम किया है. पहली बार नई तरह से परीक्षाएं होने से छात्र और एबीवीपी दोनों ही उत्साहित है.
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के अध्यक्ष अक्षित दहिया ने कहा कि इसबार पहली बार सीयूईटी के माध्यम से एडमिशन होने से प्रवेश प्रक्रिया में नयापन है, जिसके चलते छात्रों को कई बार प्रक्रिया की पूरी जानकारी न होने से समस्याएं भी आ सकती है. ऐसे में छात्रों ऐसे में घबराने की आवश्यकता नहीं है, वह दिए गए हेल्प लाइन नंबरों पर कॉल करके आवश्यक सहायता प्राप्त कर सकते. इस नई प्रक्रिया के चलते, छात्र संगठन नए छात्रों की मदद करने हेतु पिछले वर्ष से अधिक उत्साहित हैं.