मुंबई: गर्मी इस साल अपने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ रही है. मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र (Maharashtra) में गर्मी अपने चरम पर है. इस बीच स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों से खुलासा हुआ है कि पिछले 6 सालों का रिकॉर्ड तोड़ते हुए हीट स्ट्रोक से इस साल अबतक 25 लोगों की जान गई है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक मार्च और अप्रैल में हीट स्ट्रोक के 374 से अधिक मामले सामने आए हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि वास्तविक संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है. गर्मी ने अप्रैल में तोड़ा 122 साल का रिकॉर्ड, मई में भी राहत की उम्मीद नहीं, लेकिन बारिश को लेकर आई यह अच्छी खबर.
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हीट स्ट्रोक से सबसे ज्यादा 15 मौतें विदर्भ में हुई हैं. इसके बाद मराठवाड़ा में 6 और उत्तर महाराष्ट्र के जलगांव में 4 मौतें हुई हैं. विदर्भ में नागपुर में 11, अकोला में 3 और अमरावती में एक मौत हुई है.
मराठवाड़ा और जालना में दो-दो लोगों की जान गई है. औरंगाबाद, हिंगोली, उस्मानाबाद और परभणी में एक-एक मौत हुई है. आंकड़ों के मुताबिक नागपुर डिवीजन में सबसे ज्यादा 295 हीट स्ट्रोक के मामले सामने आए हैं.
क्या है हीट स्ट्रोक?
गर्मी के मौसम में कई सारी परेशानियां पैदा होती हैं. हीट स्ट्रोक उनमें से एक कॉमन समस्या है. हीट स्ट्रोक यानि लू लगना. इस दौरान गर्मी के कारण शरीर का तापमान काफी बढ़ जाता है. यह करीब 105-106 डिग्री फारेनहाइट या इससे ज्यादा तक पहुंच जाता है. इस दौरान शरीर को ठंडा रखने वाला सिस्टम काम नहीं करता है और व्यक्ति को जरा भी पसीना नहीं आता है. एक्सपर्ट के अनुसार हीट स्ट्रोक हार्ट, फेफड़े और किडनी रोग के मरीजों को गंभीर पेरशानी में डाल सकता है.
ऐसे करें बचाव
दिन के समय घर के बाहर निकलने से बचें. आवश्यक होने पर घर से बाहर निकलते वक्त अपने सिर को टोपी, दुपट्टे, छाते या किसी अन्य कपड़े से ढकें. ध्यान दें कि सीधी धूप में आने से बचें. अपने जरूरी काम सुबह और शाम के समय करने की कोशिश करें.
दिन के समय ऐसे दरवाजे और खिड़कियां जहां से सीधी धूप आती हो उन्हें बंद रखें या पर्दे डालकर रखें. सुबह, शाम और रात के समय खिड़कियों को ताजी हवा के लिए खोल के रखें.