Indian Citizens in Russian Army: भारत ने शुक्रवार को कहा कि रूसी सेना में काम करने वाले भारतीय नागरिकों का मुद्दा "अत्यधिक चिंता" का विषय बना हुआ है. नयी दिल्ली ने इस पर मॉस्को से कार्रवाई की मांग की. पिछले हफ्ते, विदेश मंत्रालय ने कहा था कि रूस-यूक्रेन संघर्ष में रूसी सेना में कार्यरत दो और भारतीय नागरिक मारे गए हैं, जिससे ऐसी मौतों की संख्या चार हो गई है. दो भारतीयों की मौत के बाद भारत ने रूसी सेना से भारतीय नागरिकों की भर्ती न करने को कहा था. खबरों के मुताबिक, करीब 200 भारतीय नागरिकों को रूसी सेना में सुरक्षा सहायक के तौर पर भर्ती किया गया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अपने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमने रूसी सेना द्वारा भर्ती किए गए भारतीयों की शीघ्र रिहाई और उनकी स्वदेश वापसी के लिए रूसी पक्ष के साथ मामला उठाया है. हमने भर्ती पर सत्यापित रोक लगाने की भी मांग की है.
रूसी सेना में भारतीयों का काम करना अत्यधिक चिंता का विषय: भारत
#WATCH | Delhi: On the death of two Indians serving in the Russian Army, MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, "... We are engaged with the Russian authorities both here in New Delhi and in Moscow so that people who are serving in the Russian army can be released and repatriated… pic.twitter.com/Hm4IOUkvsZ
— ANI (@ANI) June 21, 2024
जायसवाल ने आगे कहा कि हमारे प्रयासों के परिणामस्वरूप, अब तक 10 भारतीय नागरिकों को रिहा कर दिया गया है और वापस भेज दिया गया है. हम इस मुद्दे पर नयी दिल्ली और मॉस्को दोनों जगह रूसी पक्ष के साथ संपर्क में हैं. यह हमारे लिए अत्यधिक चिंता का विषय बना हुआ है और हम कार्रवाई की उम्मीद करते हैं. जारी संघर्ष में अब तक चार भारतीय नागरिक मारे गए हैं. हम हाल ही में मारे गए दो भारतीयों के शवों को शीघ्र वापस लाने के लिए रूसी पक्ष के साथ काम कर रहे हैं. हम उनके परिवार के सदस्यों के भी संपर्क में हैं.