Super 30 Movie Review: टीम इंडिया की हार से हताश भारतीय फैंस देख सकते हैं 'सुपर 30', जीत के जूनून से भर देगी ऋतिक रोशन की ये फिल्म
'सुपर 30' फिल्म रेटिंग्स (Photo Credits: File Photo)

फिल्म: सुपर 30 (Super 30)

निर्देशक: विकास बहल (Vikas Bahl)

कास्ट: ऋतिक रोशन, मृणाल ठाकुर, पंकज त्रिपाठी, नंदीश सिंह, आदित्य श्रीवास्तव, अमित साध और वीरेंद्र सक्सेना.

फिल्म रेटिंग्स: 3.5 स्टार्स

कहानी: फिल्म 'सुपर 30' कहानी है बिहार के मैथेमेटिशियन आनंद कुमार (Anand Kumar) की जिन्होंने अपनी बुद्धिमत्ता और सोच के दम पर कई सारे गरीब और जरूरतमंद बच्चों का भविष्य संवारा. फिल्म में ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) आनंद कुमार की भूमिका में हैं. तो वहीं मृणाल ठाकुर (Mrunal Thakur) उनकी प्रेमिका के रोल में हैं. विरेंद्र सक्सेना (Virendra Saxena) ऋतिक के पिता के रोल में हैं तो वहीं नंदीश सिंह (Nandish Singh) उनके भाई की भूमिका में हैं. फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह से पिछड़े वर्ग से आए आनंद कुमार के पास हुनर होने के बावजूद उन्हें अपनी आर्थिक तंगी के चलते हार का सामना करना पड़ता है. इसी बीच पिता के देहांत के चलते घर का बोझ उसपर है और वो कैंब्रिज यूनिवर्सिटी (Cambridge University) में अपने पढ़ाई-लिखाई के सपने को पीछे छोड़कर पापड़ बेचने लगता है. इस दौरान उसकी मुलाकात आदित्य श्रीवास्तव (Aditya Shrivastava) के किरदार से होती है जो उसे अपनी कोचिंग में पढ़ाने के लिए तैयार करता है. इसके चलते आनंद की आर्थिक तंगी और वहीं आदित्य श्रीवास्तव की कोचिंग सेंटर, दोनों में ही सकारात्मक सुधार देखने को मिलता है.

अब कहानी यहां से एक नया मोड़ लेती है जब आनंद कुमार को एहसास होता है कि कोचिंग में पढ़ाकर वो सिर्फ ऊंचे वर्ग के बच्चों का विकास कर रहे हैं. गरीब और हुनर रखने वाले बच्चे अब भी इससे वंचित हैं. ऐसे में आनंद कुमार अपनी नई कोचिंग सेंटर 'सुपर 30' की शुरुआत करते हैं जहां वो ऐसे ही बच्चों को मुफ्त की शिक्षा देते हैं. आनंद अपने बच्चों में न सिर्फ किताबी ज्ञान बल्कि विज्ञान के तर्क वितर्क को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में उपयोग करके सफलता हासिल करने की सीख देते हैं. आनंद कुमार लाख मुश्किलों के बावजूद अपनी कोचिंग बंद नहीं करते हैं और इसके फलस्वरूप उनके सभी 30 छात्रों को आईआईटी (IIT) में दाखिला मिल जाता है.

अभिनय: फिल्म में ऋतिक रोशन आनंद कुमार की भूमिका में हैं जोकि बिहार से आते हैं. फिल्म की कहानी भी पटना में सेट की गई है. ऐसे में ऋतिक देसी अंदाज में पूरी तरह से ढले हुए नजर आ रहे हैं. उनकी चाल-ढाल, उनके बोल चाल का तरीका और साथ ही एक्सप्रेशन बिलकुल एक बिहार के व्यक्ति सा नजर आता है. ऋतिक के किरदार में उसकी गरीबी और हुनर दोनों ही साफ झलकती है. बात करें मृणाल ठाकुर की तो आनंद कुमार की प्रेमिका के रूप में उन्होंने भी बढ़िया काम किया है. फिल्म में उनके सीन्स कम हैं लेकिन उन्होंने अपने किरदार के साथ न्याय किया है. फिल्म में पंकज त्रिपाठी राजनेता की भूमिका में हैं. उनका स्टाइल और डायलॉग ये दोनों ही बेहद मजेदार है और वो हमें खूब हंसाते हैं. फिल्म में नंदीश सिंह का अभिनय भी सराहनीय है.

म्यूजिक: इस फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर इसकी खासियत है. फिल्म के इंटेंस सीन्स में जिस तरह से इसका इस्तेमाल किया गया है, ये इसे मजेदार बनाता है. बात करें गानों की तो यहां कोई ऐसा स्पेशल सॉन्ग नहीं है जो आपको बेहद पसंद आए. फिल्म की कहानी भले ही रोमांचित करती है लेकिन सॉन्ग्स के मामले में ये पीछे रह गई है.

फाइनल टेक: आज भारतीय टीम (Team India) को सेमी फाइनल मैच (semi final match) में न्यजीलैंड (New Zealand) के सामने हार का सामना करना पड़ा है. इसके चलते सभी फैंस काफी निराश हैं. ऐसे में ऋतिक रोशन की फिल्म 'सुपर 30' सभी के लिए प्रेरणा का सबब बनकर सामने आई है. फिल्म की कहानी से ज्यादा इसका संदेश और ऋतिक का अंदाज आपके भीतर जोश और जज्बे की भावना को जगाएगा. फिल्म में ऋतिक के डायलॉग्स में इसका संदेश छुपा है. ये फिल्म अमीरी और गरीबी को नहीं बल्कि हुनर को सलाम करती है. ऋतिक इस फिल्म की जान हैं. इसी के साथ आनंद कुमार की ये कहानी महज मनोरंजन से बढ़कर दर्शकों के भीतर प्रेरणा को जन्म देगी. फिल्म का फर्स्ट हाफ बेहद एंटरटेनिंग है. इंटरवल के बाद के हिस्से में इसके मेकर्स ने ड्रामा भी एड किया है और यहां पर फिल्म की टाइम लेंथ थोड़ी बढ़ जाती है. अन्यथा इसकी कहानी एंटरटेनमेंट और संदेश देने के दृष्टिकोण से बेहद रोमांचक है. पाठकों को हमारी राय है कि आपको भी इस मोटिवेशनल फिल्म को एक बार जरूर देखना चाहिए.

Rating:3.5out of 5