बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) के कथित आत्महत्या मामले की जांच के लिए लगातार आगे बढ़ रही बिहार पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 160 के अंतर्गत सुशांत के मित्र दीपेश और सिद्धार्थ पठानी को नोटिस भेजा था. इसके बाद दीपेश रविवार की रात बिहार पुलिस के सामने हाजिर हुए जबकि सिद्धार्थ ने भी पुलिस से संपर्क किया है.
पटना रेंज के पुलिस महानिरीक्षक संजय सिंह ने सोमवार को आईएएनएस को बताया कि रविवार को सीआरपीसी की धारा 160 के तहत दोनों को नोटिस भेजा गया था तथा दोनों को नोटिस के तहत आमने-सामने बैठकर बयान दर्ज कराने को कहा गया था. दीपेश रात को बिहार पुलिस के समक्ष हाजिर हो गए लेकिन सिद्धार्थ का आना बाकी है.
उन्होंने कहा कि हर हाल में सिद्धार्थ को भी पुलिस के सामने आना होगा. उन्होंने कहा कि सिद्धार्थ अगर नहीं आते हैं, तो आगे की कार्रवाई की जाएगी.
कहा जाता है कि सिद्धार्थ ने ही सबसे पहले सुशांत की डेडबॉडी देखी थी और वे सुशांत के साथ ही रहते थे.
इस बीच, मामले की जांच में को आगे बढ़ाने गए आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को जबरन क्वारंटीन करने के मामले में सिंह ने कहा कि बिहार पुलिस इन मामलों को भी देख रही है.
विनय तिवारी रविवार दोपहर मुम्बई पहुंचे थे. वहां पहुंचते ही विनय तिवारी अपना पहला बड़ा कदम उठा पाते उससे पहले ही बीएमसी ने उन्हें क्वारंटीन कर दिया.
बिहार पुलिस के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने देर रात अपने आफिशियल ट्वीटर हैंडल से विनय तिवारी को जबरदस्ती क्वारंटीन करने का खुलासा किया था.
विनय तिवारी ने मुम्बई हवाई अड्डे पर ही कहा था कि सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले की जांच सही दिशा में आगे जा रही है.
इसके बाद वह अपने चार साथियों के साथ गोरेगांव के एक गेस्टहाउस में गए जहां उनकी साथियों के साथ लम्बी बातचीत हुई. सोमवार को उन्हें बांद्रा जोन-9 के डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे से मिलना था. त्रिमुखे ही सुशांत की संदिग्ध मौत के बाद उनसे जुड़ा मामला देख रहे हैं.
अब तिवारी 15 अगस्त तक क्वारंटीन रहेंगे. बीएमसी ने हालांकि यह नहीं बताया है कि तिवारी को कहां रख गया है.
उल्लेखनीय है कि पटना के रहने वाले सुशांत का शव उनके मुंबई के बांद्रा स्थित फ्लैट में 14 जून को मिला था. इसके बाद इस मामले की जांच मुबई पुलिस कर रही थी.
इसके बाद सुशांत के पिता केक सिंह ने उसकी मित्र रिया चक्रवर्ती, उनके परिवार के सदस्यों सहित और छह अन्य लोगों के खिलाफ उनके बेटे को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला 25 जुलाई को पटना में दर्ज कराया. इस मामले की जांच के लिए बिहार पुलिस की एक टीम मुंबई में है.