फिल्ममेकर अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. हाल ही में तेलुगू अभिनेत्री ने उनपर यौन शोषण और छेड़छाड़ के संदिग्ध आरोप लगाए जिसके बाद मुंबई पुलिस ने उनके खिलाफ समन जारी करते हुए उन्हें पूछताछ के लिए वर्सोवा पुलिस स्टेशन में बुलाया. वर्सोवा पुलिस स्टेशन में तकरीबन 8 घंटें तक पूछताछ चली. अनुराग के खिलाफ पीड़ित अभिनेत्री ने 22 सितंबर को शिकायत दर्ज कराते हुए कहा था कि साल 2013 में निर्देशक ने उन्हें काम के बहाने प्रताड़ित किया था. जिसके बाद अनुराग कश्यप की वकील प्रियंका खिमानी ने स्टेटमेंट जारी करते हुए सभी आरोपों पर अपना बयान देते हुए कहा है कि एक्ट्रेस के आरोप पूरी तरह बेबुनियाद और झूठे हैं.
प्रियंका ने अपने स्टेटमेंट में बताया, वर्सोवा पुलिस स्टेशन में तेलगु एक्ट्रेस द्वारा जो एफआईआर दर्ज करवाई गई है, जिसमें उन्होंने लिखा हैं कि मेरे क्लाइंट पर आरोप लगाया हैं कि उन्होंने काम के बहाने प्रताड़ित किया था. जिस वजह 1 अक्टूबर 2020 को वर्सोवा पुलिस ने अनुराग कश्यप की 8 घंटे तक पूछताछ की. मिस्टर कश्यप ने आरोपों का खंडन किया है और पुलिस को अपना बयान दे दिया है. अपने बयान के सपोर्ट में कश्यप ने सबूत पेश किए हैं और बताया है कि एक्ट्रेस की शिकायत पूरी तरह झूठी है. यह भी पढ़े:Anurag Kashyap: अनुराग कश्यप से #MeToo केस को लेकर मुंबई पुलिस ने की घंटों तक पूछताछ, देखें Photos
प्रियंका ने आगे लिखा,"मेरे क्लायंट अगस्त 2013 के दौरान वह अपनी एक फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में श्रीलंका में थे. उन्होंने ऐसी किसी भी घटना के होने से इनकार किया है. उन्होंने खुद पर लगे आरोपों को भी बेबुनियाद बताया है. मिस्टर कश्यप को डर है कि अब जबकि एफआईआर में एक्ट्रेस के लगाए आरोपों के झूठा होने की संभावना की जा चुकी है, वह बार बार घटनाओं के बारे में अपने बयान बदल देंगी. मिस्टर कश्यप अपने खिलाफ लगाए गए झूठे और बेबुनियाद आरोपों से काफी चिंतित हैं और इनसे उन्हें, उनके परिवार और फैन्स को काफी दुःख पहुंचा है. मिस घोष पर सख्त कार्रवाई की उम्मीद रखते हैं क्योंकि उन्होंने न्याय प्रणाली का गलत इस्तेमाल किया है और अपने गलत उद्देश्यों के लिए मी टू मूवमेंट को अपनाया है. मिस्टर कश्यप को पूरा भरोसा है कि न्याय जरूर होगा.