कोच्चि, 16 अप्रैल : एर्नाकुलम प्रधान सत्र न्यायालय से जुड़े दो अधिकारियों से 2017 में एक्ट्रेस हमले के मामले के कथित तौर पर वीडियो लीक करने के संबंध में पूछताछ की जाएगी. साल 2017 में एक्ट्रेस के अपहरण के मामले में एकटर दिलीप लगभग दो महीने तक जेल में रहे और बाद में जमानत पर छूट गए. इसके बाद, उनके पूर्व मित्र और निर्देशक बालचंद्रकुमार ने खुलासा किया कि, दिलीप के पास कुछ वीडियोज हैं. इस खुलासे के बाद उनके खिलाफ एक और मामला दर्ज किया गया. इस मामले की कई सुनवाई के बाद दिलीप को अग्रिम जमानत दी गई.
इस हफ्ते पुलिस जांच दल ने एक याचिका दायर कर दिलीप को दी गई जमानत को रद्द करने की मांग की. जांच दल को अब समन करने की अनुमति मिल गई है. अदालत के दो अधिकारियों पर उन्हें संदेह है कि उन्होंने वीडियो कथित रूप से लीक किए थे. जांच दल दिलीप की पत्नी काव्या माधवन को भी तलब करने की तैयारी कर रही है. वहीं एक्टर के वकील लंबे समय से तर्क दे रहे हैं कि जांच एजेंसी के पास अपहरण मामले में दिलीप के खिलाफ कोई ठोस सबूत ही नहीं है. यह भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ : खैरागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस 15 हजार से अधिक मतों से आगे
एक साउथ इंडियन एक्ट्रेस ने शिकायत की थी कि 2017 में एक गैंग ने उनका अपहरण किया था. उनका यौन उत्पीड़न किया गया. ब्लैकमेल करने के लिए वीडियो भी बनाया गया. इस मामले में मुख्य आरोपी सुनील को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तो एक्टर दिलीप का नाम मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर सामने आया. उन्हें गिरफ्तार किया. अभियोजन पक्ष के अनुसार, दो महीने जेल में बिताने के बाद जमानत पर छूटे दिलीप ने भी एक्ट्रेस पर हमले की वीडियो देखी थी.