Diwali Muhurat Trading 2024 Today : बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में आज 1 नवंबर को दिवाली की छुट्टी है. इसके चलते इक्विटी सेगमेंट, इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट और सिक्योरिटीज लेंडिंग एंड बॉरोइंग (एसएलबी) सेगमेंट का कारोबार प्रभावित होगा. वहीं मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज भी नहीं खुला. करेंसी डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग भी आज रुकी हुई है। हालाँकि, दिवाली के शुभ अवसर पर एक विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन (Special Muhurat Trading Today) आज शाम 6 बजे से शाम 7 बजे तक होगा.
शेयर बाजार के निवेशकों के लिए दिवाली बेहद खास होती है. इस दिन शेयर बाजार सुबह नहीं, बल्कि शाम में एक घंटे के लिए खुलता है. इसे दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग (Diwali Muhurat Trading) कहते हैं. शेयर मार्केट में दशकों से दिवाली के दिन यह परंपरा चली आ रही है.
यदि आप दिवाली 2024 के शुभ दिन शेयर मार्केट में मुहूर्त ट्रेडिंग करना चाहते है तो तैयार रहें. इस साल एक घंटे का विशेष दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग 1 नवंबर 2024 (शुक्रवार) को शाम 6 बजे से 7 बजे तक होगा. ऐसा माना जाता है कि ‘मुहूर्त’ या शुभ समय के दौरान व्यापार करने से निवेशकों को समृद्धि मिलती है.
मुहूर्त ट्रेडिंग क्यों है खास?
‘मुहूर्त ट्रेडिंग’ एक अनोखी प्रथा है, जो 68 सालों से बरकरार है, जिसका अनुसरण आज भी किया जाता है। हर साल दीवाली के दिन शेयर बाजार बंद रहता है, लेकिन शाम के कुछ घंटो के लिए शेयर बाजार खुलता है. शुभ पर्व के अवसर पर सेंसेक्स और निफ्टी विशेष एक घंटे के लिए खुलता है. इस दौरान एक ही समय में बाजार स्लॉट में इक्विटी, कमोडिटी डेरिवेटिव, मुद्रा डेरिवेटिव, इक्विटी वायदा और विकल्प, और प्रतिभूति उधार और उधार खंड में होती है.
हिंदू कैलेंडर के अनुसार मुहूर्त ट्रेडिंग को नए संवत 2081 की शुरुआत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है. इसे एक शुभ समय माना जाता है. शेयर बाजार के निवेशक इस दिन को निवेश शुरू करने के लिए बेहद खास मानते हैं. ऐसा माना जाता है कि बहुत से लोग अपना निवेश मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान ही शुरू करते हैं. इस दौरान लोग शेयर खरीदना शुभ मानते हैं. माना जाता है कि जो निवेशक इस शुभ अवसर पर ट्रेडिंग करते हैं उन्हें भविष्य में मार्किट से बढ़िया मुनाफा मिलता है.
मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत कब हुई?
मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत साल 1957 में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के द्वारा शुरू की गई थी. बाद में वर्ष 1992 में इसे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में भी मनाया जाने लगा. शुरुआत में जब ऑनलाइन ट्रेडिंग नहीं होती थी, तो निवेशक और ब्रोकर मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए बीएसई पर जुटते थे.
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