नई दिल्ली. देश की सबसे बड़ी कार निर्माता मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह एक अप्रैल 2020 से भारत में डीजल कारें नहीं बेचेगी। एमएसआई के चेयरमैन आर सी भार्गव ने संवाददाताओं से कहा, 'एक अप्रैल, 2020 से हम डीजल कारें नहीं बेचेंगे।' वर्तमान में कंपनी डीजल वाहनों के कई मॉडल बेचती है। कंपनी द्वारा घरेलू बाजार में बेचे जाने वाले वाहनों में डीजल वाहनों की हिस्सेदारी करीब 23 प्रतिशत की है। बता दें कि गुरुवार को मारुति के शेयर की कीमत 1.95 फीसदी की गिरावट के बाद 6,880 रुपए हो गई।
देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च की चौथी तिमाही में 4.6 प्रतिशत घटकर 1,795.6 करोड़ रुपए पर आ गया। कंपनी ने एक बयान में यह जानकारी दी। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 1,882.1 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था। तिमाही के दौरान कंपनी की बिक्री मामूली बढ़कर 20,737.5 करोड़ रुपए पर पहुंच गई। समीक्षाधीन अवधि में कंपनी की कुल कार बिक्री मामूली गिरावट के साथ 4,58,479 इकाई रह गई। यह भी पढ़े-मारुति ने ऑल्टो 800 को लांच किया इन नए शानदार फीचर्स के साथ, मात्र इतने कीमत में ला सकते हैं घर
पूरे वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान मारुति का शुद्ध लाभ 2.9 प्रतिशत घटकर 7,500.6 करोड़ रुपए रह गया। वित्त वर्ष के दौरन कंपनी की शुद्ध बिक्री 6.3 प्रतिशत बढ़कर 83,026.5 करोड़ रुपए पर पहुंच गई। वित्त वर्ष 2018-19 में कंपनी की कुल वाहन बिक्री 4.7 प्रतिशत बढ़कर 18,62,449 इकाई पर पहुंच गई। इसमें से निर्यात का आंकड़ा 1,08,749 इकाई का रहा।
कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसे प्रतिकूल विदेशी विनिमय दर, जिंसों के ऊंचे दाम, ऊंचे मूल्यह्रास जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। साथ ही उसका प्रचार अभियान पर खर्च भी बढ़ा। लागत कटौती के प्रयासों से इसकी आंशिक भरपाई की गई। कंपनी के निदेशक मंडल ने 2018-19 के लिए 80 रुपए प्रति शेयर के लाभांश की सिफारिश की है।