Wrestler Protest: तिरुवनंतपुरम, 11 फरवरी संन्यास ले चुकी पहलवान साक्षी मलिक ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों पर महिला पहलवानों के एक समूह के विरोध प्रदर्शन को समर्थन नहीं देने के लिए देश की जानी-मानी खिलाड़ियों- पीटी उषा और मैरी कॉम पर निशाना साधा है. मलिक ने कहा कि हालांकि उषा और मैरी कॉम को उनकी जैसे खिलाड़ियों द्वारा एक ‘‘प्रेरणा’’ के रूप में लिया जाता था, लेकिन उन्होंने पीड़ित महिला पहलवानों के समर्थन में कुछ नहीं बोला. यह भी पढ़ें: सुमीत नागल, रामकुमार रामनाथन बेंगलुरु ओपन में फ्रांसीसी प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ अभियान की करेंगे शुरुआत, 18 फरवरी को फाइनल
ओलंपिक पदक विजेता यहां कनकक्कुन्नू में आयोजित ‘मातृभूमि इंटरनेशनल फेस्टिवल ऑफ लेटर्स’ (एमबीआईएफएल) 2024 के तहत एक सत्र को संबोधित कर रही थी. अपने आंदोलन को लेकर दिग्गज खेल सितारों की प्रतिक्रिया पर हैरानी जताते हुए उन्होंने कहा कि उन दोनों ने पहलवानों को पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया था, लेकिन कोई समाधान निकालने के लिए कुछ नहीं किया.
मलिक ने कहा, ‘‘पी टी उषा मैडम हमारे प्रदर्शन स्थल पर आई थीं. हमने उन्हें अपने मुद्दों के बारे में विस्तार से बताया था... वह हमारा समर्थन कर सकती थीं... लेकिन वह हमें यह आश्वासन देने के बावजूद चुप रहीं कि वह हमारे साथ खड़ी रहेंगी और हरसंभव मदद करेंगी.’’
दिग्गज पहलवान मैरी कॉम के बारे में बात करते हुए वह थोड़ा भावुक हो गई. मैरी कॉम, बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने और एक रिपोर्ट सौंपने के लिए गठित निरीक्षण समिति की सदस्य थीं.
उन्होंने कहा कि जब मैरी कॉम समिति में थीं तो उन्होंने प्रत्येक महिला पहलवान की कहानियां सुनीं.
उन्होंने कहा, ‘‘कहानियां सुनने के बाद वह बहुत भावुक हो गईं..उन्होंने यह भी कहा था कि वह हमारे साथ खड़ी रहेंगी."
उन्होंने कहा कि लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद भी कोई समाधान नहीं निकला. बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक जैसे शीर्ष पहलवानों ने महिला पहलवानों के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए भूषण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर नई दिल्ली में धरना दिया था.
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