
नई दिल्ली: यूरोपीय आयोग (European Commission) के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन (Ursula von der Leyen) ने रूस (Russia) की कार्रवाई को एक स्वतंत्र राष्ट्र पर ‘‘बर्बर हमला’’ कहा, जिसने ‘‘यूरोप में स्थिरता और संपूर्ण अंतरराष्ट्रीय शांति व्यवस्था’’ को भी निशाना बनाया है. लेयेन ने कहा हम मिलकर इसके लिए व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) को जिम्मेदार ठहरायेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘हम यूरोपीय नेताओं के समक्ष अनुमति के लिए बड़े और लक्षित प्रतिबंधों का पैकेज पेश करेंगे.’’ यूरोपीय संघ के विदेश नीति मामलों के प्रमुख जोसेप बोरेल (Josep Borrell) ने इन्हें अब तक के ‘कठोरतम और बेहद नुकसानदायक’ प्रतिबंध करार दिया. Russia-Ukraine War: यूक्रेन के सशस्त्र बल ने कहा- खार्किव में युद्ध जारी, बदले की कार्रवाई में करीब 50 रूसी सैनिक मारे गए
बोरेल ने कहा, ‘‘यह न केवल अंतरराष्ट्रीय कानून का सबसे बड़ा उल्लंघन है, यह मानव सह-अस्तित्व के बुनियादी सिद्धांतों का उल्लंघन है. कई लोगों की जान जा रही है. यूरोपीय संघ कड़ी से कड़ी जवाबी कार्रवाई करेगा.’’
पुतिन के पूर्वी यूक्रेन पर हमले की घोषणा करने के बीच उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के दूतों ने एक आपात सत्र बुलाया. नाटो सम्मेलन की भी तैयारी चल रही है. नाटो महासचिव जेन्स स्टोल्टनबर्ग ने एक बयान में कहा, ‘‘यह अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन है और यूरो- अटलांटिक सुरक्षा को गंभीर चुनौती है.’’
जापान, स्पेन, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, इटली समेत अन्य देशों ने भी रूसी हमले की निंदा की है. जर्मनी और तुर्की ने यूक्रेन के नागरिकों को सतर्क करते हुए सुरक्षित स्थान पर रहने को कहा है. न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने यूक्रेन में सैनिक भेजने से रूस को रोकने के लिए असाधारण आपात बैठक बुलाई. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने शांति की अपील की है.
जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्त्ज ने रूसी हमले को ‘‘रूस के लिए एक भयानक दिन और यूरोप के लिए एक स्याह दिना’’ करार दिया. चांसलर ने कहा कि यह हमला अंतरराष्ट्रीय कानूनों का सरासर उल्लंघन है. चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री पीटर फियाला ने रूसी हमले की निंदा करते हुए कहा, ‘‘यह निर्विव�