लखनऊ, 19 मार्च : समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर देश की संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि उन्हें निर्वाचन आयोग पर तो भरोसा है लेकिन भाजपा पर नहीं. उन्होंने भाजपा की 'मोदी की गारंटी' को 'घंटी' करार देते हुए कहा कि प्रदेश में नौकरी के लिए आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों को घर जाकर संकल्प लेना चाहिए कि लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ वोट करके इन गारंटी वालों की 'घंटी' बजानी है. यादव ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में निर्वाचन आयोग पर मतदाता सूचियों से सपा समर्थक मतदाताओं के नाम गलत तरीके से 'हटाने' संबंधी शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया. इसी दौरान पूछे गये एक सवाल पर उन्होंने कहा, ''हमें निर्वाचन आयोग पर तो भरोसा है लेकिन भाजपा पर नहीं है. आप बात समझिए... भाजपा संस्थाओं को कमजोर करती है. वह संस्थाओं का इस्तेमाल कर रही है. संस्थाओं के माध्यम से जो अन्याय हो सकता है वह कर रही है.”
उन्होंने कहा, “किसी भी सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि कोई संस्था कमजोर ना हो. संस्थाएं जितनी मजबूत होंगी उतना ही हमारा लोकतंत्र मजबूत होगा लेकिन भाजपा लोकतंत्र के बहाने संस्थाओं को कमजोर कर रही है. अगर संस्थाएं कमजोर होंगी तो लोकतंत्र कमजोर हो जाएगा.'' मोदी की गारंटी के भाजपा के नारे के बारे में पूछे जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ''जिस भाजपा ने किसी भी चीज की गारंटी नहीं दी वह अब गारंटी का प्रचार कर रही है. वह गारंटी नहीं, असल में घंटी है. पहले जुमला था अब गारंटी है. ना जुमले में काम पूरे हुए ना गारंटी में काम पूरे होंगे.'' यह भी पढ़ें : जो ‘शक्ति’ का विनाश चाहते हैं वे खुद नष्ट हो जाएंगे: विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर मोदी का हमला
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार लगातार भर्तियों को निरस्त कर रही है, प्रदेश के 60 लाख नौजवानों का भविष्य अंधकार में है और अगर वे और उनके परिवार वाले भाजपा के खिलाफ हो गए तो पार्टी का उत्तर प्रदेश से सफाया हो जाएगा, उत्तर प्रदेश से हटने का मतलब देश से हटना हुआ. सपा अध्यक्ष ने कहा कि इन 60 लाख बच्चों के परिवार के अगर दो सदस्यों को भी मतदाता के रूप में शामिल कर लें तो एक करोड़ 80 लाख वोट होते हैं, अगर इस संख्या को 80 से भाग दे दें तो हर लोकसभा में भाजपा के दो लाख 25 हजार वोट कम हो जाएंगे, इस योजना को आगे बढ़ाने का काम समाजवादी लोग करेंगे.उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जो अभ्यर्थी नौकरी रोजगार के लिए आंदोलन कर रहे थे अब उन्हें घर जाकर संकल्प लेना चाहिए कि लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ वोट करके इन गारंटी वालों की घंटी बजानी है.
चुनावी बॉण्ड को लेकर हो रहे खुलासों का जिक्र करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा, ''दुनिया के इतिहास में ऐसी वसूली किसी और ने नहीं की होगी जितनी भाजपा की सरकार और उसके नेताओं ने की है. चंदे के नाम पर वसूली के लिये ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग का जमकर दुरुपयोग किया गया है. ऐसी वसूली शायद दुनिया में किसी और लोकतांत्रिक देश में नहीं हुई होगी.''
सपा प्रमुख ने एक सवाल पर कहा कि वह चुनावी बॉण्ड को डरा-धमका कर की जाने वाली वसूली मानते हैं. उन्होंने कहा, ''भाजपा वाले किस मुंह से इसका जवाब देंगे. ये लोग दूसरे लोगों पर ईडी सीबीआई और आयकर के छापे डलवाकर उन्हें अपमानित करते थे. आज इनकी पोल खुल गई है. एक सूची आ चुकी है कि किससे कितनी वसूली हुई है. नियम कहता है कि चंदा लिया जा सकता है लेकिन वसूली के लिए कानून थोड़े ही बना है.'' इस सवाल पर कि क्या समाजवादी पार्टी चुनावी बॉण्ड मामले की सीबीआई जांच की मांग करेगी, यादव ने कहा, ''अब जो भी करेगी वह जनता ही करेगी. यह जनता ही लोकतंत्र को बचाएगी.''
मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, “सरकार ने जानबूझकर समाजवादी पार्टी के 18000 से ज्यादा वोटरों के नाम ‘डिलीट’ करवा दिये. हमने इन सभी 18,000 वोटरों की सूची निर्वाचन आयोग को दी थी लेकिन अगर किसी एक पर भी कोई कार्रवाई हुई हो तो बता दीजिए. हमारे कार्यकर्ताओं और नेताओं को सतर्क व सावधान रहना होगा. ” झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी के भाजपा में शामिल होने के बारे में पूछे गए एक सवाल पर यादव ने कहा कि भाजपा नेताओं को तो शामिल कर सकती है लेकिन जनता को शामिल नहीं कर सकती. उन्होंने कहा, ''मैं बहुत से नेताओं को जानता हूं जो भाजपा में शामिल हुए हैं. वे पहले मिलकर यह कह गए हैं कि भाजपा का दबाव है.''