नयी दिल्ली, 31 अगस्त केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने सोमवार को राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों से कहा कि वे पोषण माह के दौरान कुपोषण की समस्या से निपटने के लिए 'न्यूट्री गार्डन' (पोषण बागान) से जुड़ी पहल पर ध्यान केंद्रित करें।
कुपोषण की समस्या से निपटने के लिए देश में जागरुकता फैलाने के मकसद से सरकार हर साल सितंबर महीने को ‘पोषण माह’ के तौर पर मनाती है।
इस दौरान एक महीने तक कुपोषण से जुड़े मुद्दों पर लोगों को जागरुक करने के लिए सरकार की तरफ से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा, ‘‘महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव ने राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों से कहा है कि वे हर आंगनवाड़ी केंद्र में न्यूट्री गार्डन की पहल पर ध्यान केंद्रित करें।’’
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'न्यूट्री गार्डन' में ऐसे पेड़-पौधे लगाए जाते हैं, जिनमें उच्च पोषाहार और औषधीय गुण हों।
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के मुताबिक, देश में पांच साल की आयु तक 38.4 प्रतिशत बच्चे कुपोषित अथवा उम्र की हिसाब से कम लंबाई वाले हैं।
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