नई दिल्ली: भारत रत्न और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी (Pranab Mukherjee) का लंबी बीमारी के चलते सोमवार को दिल्ली के निधन हो गया. उनकी तबियत खराब होने पर उन्हें 10 अगस्त को सेना के अनुसंधान एवं रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां पर उनके मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी. जिसके बाद से उनकी तबियत बिगडती गई और उन्हें बचाया नहीं जा सका. सोमवार को उन्होंने अस्पताल में दम तोड़ दिया. उनके निधन के बाद हर कोई उन्हें श्रधांजली दे रहे हैं. वहीं उनके निधन के बाद कल दिल्ली में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
हालांकि खबर यह भी है कि उनका अंतिम संस्कार उनकेपैतृक राज्य पश्चिम बंगाल में भी किया जा सकता है. लेकिन इसके बारे में किसी भी तरफ की अधिकारिक पुष्टि नहीं हो गई है. वहीं उनके निधन के बाद देश में 7 दिन के लिए राजकीय शोक की घोषणा की गई है. यह भी पढ़े: Pranab Mukherjee Dies at 84: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर पीएम मोदी ने जताया दुख, कहा- उनके साथ अपनी बातचीत को संजोए रखूंगा
बता दें कोई प्रणब मुखर्जी का जन्म वीरभूम जिले में एक छोटे से गांव मिराती में, 11 दिसंबर, 1935 को एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था. उनके पिता कामदा किंकर मुखर्जी स्वतंत्रता सेनानी थे और कांग्रेस पार्टी के सदस्य भी. उनकी माता का नाम राजलक्ष्मी था. उनके पिता स्वतंत्रता संग्राम में कई बार जेल गए थे और अंग्रेज शासन के दौरान तमाम यातनाएं सही थीं.