Mumbai: मुंबई में एक कंपनी द्वारा निवेशकों से 13.48 करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. पुलिस के अनुसार, प्लैटिनम हर्न प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर सर्वेश अशोक सुरवे, विक्टोरिया कोवालेन्को, सीईओ तौफीक रियाज उर्फ जॉन कार्टर, जनरल मैनेजर टानिया कोसाटोवा और स्टोर इंचार्ज वेलेंटिना कुमार सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
इस धोखाधड़ी का खुलासा सोमवार को हुआ जब कई निवेशकों ने कंपनी के ठिकानों पर ताला लगे देखा. सभी निवेशक दादर वेस्ट स्थित टॉरेस वास्तु सेंटर बिल्डिंग के बाहर इकट्ठा हुए.
ठगी का तरीका
शिकायतकर्ताओं ने बताया कि उन्होंने प्लैटिनम हर्न प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में पैसे निवेश किए थे. कंपनी ने निवेशकों को "मोइसनाइट" (एक प्रकार का सिलिकॉन कार्बाइड जो ज्वेलरी और औद्योगिक उपयोग में आता है) में निवेश पर हर सप्ताह 6% का रिटर्न देने का वादा किया था. शुरुआत में कंपनी ने भुगतान किया, लेकिन दिसंबर के बाद सभी भुगतान बंद हो गए. इससे निवेशकों को ठगी का अहसास हुआ और उन्होंने शिवाजी पार्क पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई.
निवेशकों की परेशानी
कई निवेशकों ने अपनी जमा पूंजी इस कंपनी में लगाई थी. उन्होंने बताया कि कंपनी ने 'टॉरेस' ब्रांड के तहत काम करते हुए निवेश पर लुभावने रिटर्न का लालच दिया था. अब जब कंपनी की शाखाएं बंद हो गई हैं, तो निवेशकों के पैसे फंस गए हैं.
पुलिस का एक्शन
पुलिस ने कंपनी और उसके प्रबंधन के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता और महाराष्ट्र निवेशकों के हित संरक्षण अधिनियम (MPID) के तहत धोखाधड़ी, विश्वासघात और अन्य आरोपों में केस दर्ज किया है. निवेशकों को उम्मीद है कि उन्हें उनका पैसा वापस मिलेगा.