मध्यप्रदेश में जनपद सीईओ को सरकारी दुकान से चावल लेने का वीडियो हुआ वायरल, जांच के आदेश
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इस बीच ग्रामीणों ने जांच पर सवाल उठाते हुए कहा है कि यह दफ्तर में बैठकर नहीं बल्कि गांव में आकर होनी चाहिए।

भगौरा गांव के एक निवासी ने बताया कि शुक्रवार की सुबह तहसील सीईओ सिंकदर खान गाड़ी में गांव आए थे और उनके कहने पर विक्रेता ने चावल की बोरी उनकी गाड़ी में रख दी।

सामाजिक संस्था सोशल मीडिया फाउंडेशन के लव कुशनगर तहसील क्षेत्र के प्रभारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस की महामारी के कारण सरकार ने स्कूली बच्चों के मध्यान्ह भोजन की जगह अनाज देने की योजना बनाई है। जिसके तहत भगौरा ग्राम पंचायत क्षेत्र में स्कूली बच्चो को खाद्यान्न वितरण किया जा रहा था। बच्चों के मध्यान्ह भोजन के चावल की एक बोरी लवकुश नगर तहसील सीईओ सिकंदर ले गए। उन्होंने बताया कि इस मामले में शिकायत के बाद जिलाधिकारी ने मामले में जांच की आदेश दिए हैं।

सीईओ खान ने इस संबंध में मीडिया से कहा, ‘‘भगौरा पंचायत से शिकायत मिली थी कि वहां बच्चों को खाद्यान्न नहीं मिल रहा है। इसलिए वहां गया था। चावल की बोरी गाड़ी में रखवाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि गांव की पंचायत के लोगों व सचिव ने बताया कि सभी बच्चों को खाद्यान्न वितरण हो गया है सिर्फ छह बच्चे बाकी हैं। ग्राम पंचायत के अन्नकोष में अन्न पहुंचाने के लिए 15 किलो चावल पंचायत सचिव ने गाड़ी में रखवाया था। जो पंचायत के अन्नकोष में जमा करा दिया गया है।’’

उन्होंने कहा कि इस घटना का किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। जांच के संबंध में खान ने कहा कि हमसे प्रतिवेदन मांगा गया था इसमें भी हमने यही जवाब लिखकर दिया है।

लवकुश नगर के अनुविभागीय अधिकारी अविनाश रावज ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश पर जांच रिपोर्ट जिला सीईओ को भेज दी है। उन्होंने जांच पर कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।

गांव के निवासी छोटे अनुरागी ने इस मामले में प्रशासन की जांच प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि जांच कार्यवाही एसडीएम के घर पर बैठ कर हो गई है जबकि जांच दल को गांव में आकर जांच करना चाहिए।

सं दिमो

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