Uttarakhand: चयन आयोग की परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक मामले में अब तक 15 गिरफ्तार
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Twitter)

देहरादून, 11 अगस्त : उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक कुमार ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा पिछले साल आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने अब तक 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि परीक्षा में चयनित संदिग्ध अभ्यर्थियों से पूछताछ तथा भौतिक व इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के आधार पर ये गिरफ्तारियां की गयी हैं. इस मामले में 22 जुलाई को एसटीएफ को जांच सौंपी गयी थी. कुमार ने बताया कि प्रकरण में त्वरित व निष्पक्ष कार्रवाई करने के लिए एसटीएफ की टीम को स्वतंत्रता दिवस पर विशिष्ट कार्य के लिये मुख्यमंत्री पदक की संस्तुति की गयी है.

पुलिस महानिदेशक ने बताया कि पिछले साल दिसंबर में आयोग द्वारा तीन पालियों में स्नातक स्तरीय परीक्षा आयोजित की गयी थी जिसमें करीब 1,60,000 अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था और इसमें 916 अभ्यर्थी चयनित हुए थे. परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के आरोपों की जांच के दौरान पता चला कि कर्मचारी प्रिंटिग प्रेस में कार्यरत सीतापुर निवासी आरोपी अभिषेक वर्मा ने प्रिंटिंग प्रेस से प्रश्नपत्र चुराया और परीक्षा से चार-पांच दिन पहले 29 नवंबर को प्रश्नपत्र के तीनों पालियों के ‘सैट’ विभिन्न माध्यमों से प्रिंटिग प्रेस में प्रोग्रामर के पद पर तैनात एक अन्य आरोपी जयजीत दास को भेजे. दास ने ये प्रश्नपत्र आयोग में संविदा पर तैनात मनोज जोशी एवं दीपक चौहान को दिए. यह भी पढ़ें : UP: यमुना नदी में नाव पलटने से 20 की मौत की आशंका

जोशी ने इन्हें एक अन्य आरोपी मनोज जोशी, गौरव नेगी एवं अपने साले हिमांशु कांडपाल को सौंपा. पुलिस महानिदेशक ने बताया कि अब तक की जांच में करीब 50 अभ्यर्थी ऐसे पाये गये हैं, जो प्रश्नपत्र लीक के माध्यम से चयनित हुए हैं. इसके अलावा कई अन्य अभ्यर्थी भी सदेह के दायरे में हैं, जिसे लेकर जांच जारी है. उन्होंने बताया कि जांच में अब तक 83 लाख रुपये नकद बरामद हुए हैं जबकि अन्य आरोपियों द्वारा प्रयुक्त संदिग्ध बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि जांच के दौरान जब्त मोबाइल, लैपटॉप को भी खंगाला जा रहा है.