लखनऊ, 27 अप्रैल : समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने आरोप लगाया कि ‘‘उत्तर प्रदेश में अघोषित बिजली कटौती से हाहाकार मचा हुआ है.’’ उन्होंने दावा किया कि गर्मी बढ़ती जा रही, लेकिन राज्य सरकार बिजली की पर्याप्त व्यवस्था नहीं कर पा रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा के दूसरे कार्यकाल में बिजली मंत्री बदल गये, लेकिन दुर्दशा नहीं बदली. यादव ने कहा कि सरकारी बयानों में ग्रामीण क्षेत्रों में 18 से 20 घंटे बिजली आपूर्ति का दावा किया जा रहा है जबकि महज चार घंटे ही बिजली मिल रही है, कई स्थानों पर तो पूरी रात ‘ब्लैक आउट’ रहता है. समाजवादी पार्टी द्वारा जारी बयान में यादव ने कहा कि बिजली कटौती से बुनकरों का धंधा बुरी तरह प्रभावित हो रहा है.
उन्होंने दावा किया, ‘‘संत कबीर नगर में बिजली नहीं मिलने से बिजली चालित हथकरघे ठप्प हो रहे हैं. इससे बुनकर आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. वे आधे अधूरे तैयार कपड़ों को लेकर परेशान हैं. बिजली संकट के चलते व्यापारिक गतिविधियां भी बुरी तरह प्रभावित हो रही है.’’ उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में न केवल ग्रामीण अपितु नगरीय क्षेत्रों में भी बिजली की जबरदस्त कटौती हो रही है. सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने बिजली उत्पादन के लिए कोई काम नहीं किया, एक भी नया बिजली संयंत्र स्थापित नहीं किया, बिजली का उत्पादन नहीं बढ़ाया. उन्होंने आरोप लगाया कि पांच साल के शासन में भाजपा ने उत्तर प्रदेश की हालत इतनी जर्जर कर दी है कि बिजली उत्पादन की कई इकाइयां बंद पड़ी हैं. यह भी पढ़ें : यूपी में कोरोना के हालात नियंत्रण में: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
गौरतलब हैं कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा था कि गर्मी के मौसम में बिजली की सर्वाधिक आवश्यकता होती है, ऐसे में रोस्टर के अनुसार निर्बाध विद्युत आपूर्ति होनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने सोमवार को निर्देश दिया था कि इसके लिए जरूरी व्यवस्था अविलम्ब की जाए. उन्होंने कहा कि विद्युत की अबाधित आपूर्ति के लिए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त बिजली की व्यवस्था की जाए. उन्होंने कहा कि ट्रांसफॉर्मर खराब होने अथवा तार आदि के टूटने की स्थिति में बिना देरी समस्या का समाधान किया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊर्जा विभाग व पावर कॉरपोरेशन यह सुनिश्चित करें कि पूर्व निर्धारित रोस्टर के अनुरूप सभी क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति हो.