कोलकाता, 23 जुलाई : तृणमूल कांग्रेस ने केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार पर मंगलवार को तीखा हमला किया और कहा कि केंद्रीय बजट सरकार के वित्तीय और राजनीतिक दिवालियेपन को दर्शाता है. पार्टी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए ‘केंद्रीय बजट 2024’ शब्दावली को खारिज करते हुए इसे ‘आंध्र-बिहार बजट’ बताया. तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, ‘‘कुल नतीजा सिफर है, क्योंकि बंगाल को लगातार प्रताड़ित और वंचित किया जा रहा है.’’ अभिषेक बनर्जी ने संसद परिसर के बाहर कहा, ‘‘आपने देखा है कि कैसे बंगाल को इस भाजपा सरकार द्वारा लगातार वंचित रखा गया है. क्या बंगाल से 12 भाजपा सांसदों के चुने जाने का कोई सकारात्मक परिणाम हुआ?’’
उन्होंने बंगाल के भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी की इस टिप्पणी का जिक्र किया कि ‘‘जो हमारे साथ है, हम उनके साथ हैं.’’ अभिषेक बनर्जी ने कहा, ‘‘उन्होंने (अधिकारी ने) जो कहा वह आज साबित हो गया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने केवल अपनी सरकार बचाने के लिए बिहार और आंध्र प्रदेश को विशेष पैकेज आवंटित किए हैं. हमें किसी भी राज्य को कुछ भी आवंटित किए जाने से कोई समस्या नहीं है, लेकिन बंगाल को वंचित क्यों रखा जाना चाहिए?’’ उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल ने देश के स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाई है लेकिन उसी बंगाल को वंचित रखा गया है और लोग निश्चित रूप से इसका फिर करारा जवाब देंगे.’’ अभिषेक बनर्जी ने बाद में ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘यह बजट एक विफल सरकार की विफल वित्त मंत्री द्वारा पेश किया गया शून्य वारंटी वाला पूरी तरह से विफल बजट है. बेरोजगारी, बढ़ती महंगाई और बढ़ती मुद्रास्फीति जैसे जरूरी मुद्दों से निपटने के बजाय भाजपा ने अपने गठबंधन सहयोगियों को रिश्वत देने के लिए बजट तैयार किया है ताकि सरकार के गिरने को टाला जा सके.’’ यह भी पढ़ें : Budget 2024:: बिहार में बहार है, मोदी सरकार के बजट से खुश नीतीश कुमार हैं! केंद्र ने दिया 58900 करोड़ रुपये का तोहफा
तृणमूल के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘इस बजट को केंद्रीय बजट नहीं कहा जाना चाहिए. यह आंध्र प्रदेश और बिहार को खुश रखने वाला बजट है. यह अपनी कुर्सी बचाने और कुछ अन्य को खुश रखने के लिए लाया गया बजट है.’’ घोष ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की केंद्र सरकार पर पश्चिम बंगाल की उपेक्षा करने और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रशासन द्वारा शुरू की गई सफल सामाजिक कल्याण योजनाओं की नकल करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बजट देश के मूल मुद्दों से निपटने में विफल रहा और केवल आंकड़ों में हेरफेर किया गया एवं बयानबाजी की गई. पूर्व राज्यसभा सदस्य ने बजट प्रस्तावों को केंद्र के वित्तीय और राजनीतिक दिवालियेपन का प्रतीक बताया. भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य समिक भट्टाचार्य ने ‘पीटीआई-’ से कहा कि केंद्रीय बजट पूरे पूर्वी क्षेत्र के विकास को गति देगा, जिसका बंगाल भी एक हिस्सा है.