क्रीमिया पर कब्जा करने के बाद रूस को इस समूह से बाहर कर दिया गया था. व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में ट्रम्प ने कहा, ‘‘ मैं चुनाव के बाद इसे करना चाहता हूं.’’
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उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कारण बैठक आमने-सामने या टेली कॉन्फ्रेंस के जरिए हो सकती है. ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने अपने कर्मियों से रविवार को कहा था कि वह चुनाव के बाद एक शिखर सम्मेलन करेंगे. इससे सभी लोगों को महत्वपूर्ण बैठक के बारे में सोचने के लिए समय मिल जाएगा.
यूरोपीय संघ ने जून में जी-7 सदस्यों की बात का समर्थन करते हुए कहा था कि रूस को समूह में वापस शामिल नहीं होने देना चाहिए. वहीं ट्रम्प ने कहा कि वह इस साल शिखर सम्मेलन में रूस, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया और भारत को आमंत्रित करने की योजना बना रहे हैं.
कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका जी-7 के सदस्य हैं। 27 देशों का समूह यूरोपीय संघ भी इसकी बैठकों में हिस्सा लेता है. यूक्रेन पर आक्रमण और क्रीमिया पर कब्जे के बाद 2014 में रूस को इससे निकाल दिया गया था. इससे पहले यह जी-8 कहलाता था.
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