संगरूर/समाना, पांच अक्टूबर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार केंद्र के तीन कृषि कानूनों के ‘खतरनाक प्रभाव’ को समाप्त करने के लिए राज्य विधानसभा में कोई संकल्प या विधेयक पारित करेगी।
संगरूर में बरनाला चौक और भवानीगढ़ में जनसभाओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने संकल्प जताया कि किसानों और राज्य को ‘‘काले कानूनों के विनाशकारी प्रभावों’’ से बचाने के लिए जो जरूरी होगा, करेंगे।
सिंह ने कहा, ‘‘हम पीछे नहीं हटेंगे। हम जो संकल्प या विधेयक जरूरी होगा, विधानसभा में पारित करेंगे।’’
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इन नए कानूनों के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाएगी।
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सिंह ने किसानों से कहा, ‘‘क्या आप जरूरत पड़ने पर अडानी या अंबानी के पास जाएंगे, जैसे आप इस समय आढ़तियों के पास जाते हैं।’’
उन्होंने केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि वह हर वादे से पलट गयी है, चाहे माल और सेवा कर (जीएसटी) का संवैधानिक वादा हो या किसानों की आमदनी दोगुनी करने का हो।
सिंह ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता अंतिम सांस तक किसानों के लिए लड़ेंगे। उन्होंने राहुल गांधी से यह अपील भी की कि यदि वह प्रधानमंत्री बनते हैं तो इन कानूनों को रद्द कर दें।
पटियाला के समाना में एक सभा को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि इन कानूनों की वजह से खेती का भविष्य ही दांव पर है।
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