तिरुवनंतपुरम, पांच अक्टूबर केरल सरकार ने शनिवार को कहा कि इस साल सबरीमला में तीर्थयात्रियों को केवल ऑनलाइन बुकिंग के जरिए ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। साथ ही कहा कि भगवान अयप्पा मंदिर में प्रतिदिन अधिकतम 80,000 लोगों को दर्शन की ही अनुमति होगी।
सबरीमला की वार्षिक मंडलम-मकरविलक्कू तीर्थयात्रा में एक महीने का समय बचा है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि डिजिटल बुकिंग के समय तीर्थयात्रियों को अपना यात्रा मार्ग चुनने का भी मौका मिलेगा।
बयान में कहा गया है कि तीर्थयात्रा की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की अध्यक्षता में यहां हुई एक मूल्यांकन बैठक में ये निर्णय लिए गए।
सूत्रों ने कहा कि तीर्थयात्रा के दौरान जुटने वाली भारी भीड़ को नियंत्रित करने के उद्देश्य से निर्णय लिया गया है। सूत्रों ने बताया कि पारंपरिक वन मार्ग पर श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
अधिकारियों ने बताया कि अगर व्यस्त समय के दौरान वाहनों को नियंत्रित करने की आवश्यकता पड़ेगी तो पार्किंग के लिए आवश्यक क्षेत्रों की पहचान की जाएगी और वहां जरूरी तैयारियां की जाएंगी।
कार्यालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक, इस बार निलक्कल और पंपा में पार्किंग की अधिक सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि सबरीमला की सड़कों और उसके आसपास के पार्किंग मैदानों का रखरखाव जल्द ही पूरा हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि ‘विशुद्धि सेना’ के कर्मियों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी और उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)