देश की खबरें | सरिस्का अभयारण्य में बने मंदिरों के श्रद्धालुओं की भावनाओं का भी ख्याल रखा जाना चाहिए : न्यायालय

नयी दिल्ली, 11 दिसंबर उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को कहा कि सरिस्का बाघ अभयारण्य के संरक्षण के दौरान वहां स्थित प्रसिद्ध पांडुपोल हनुमान मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की भावनाओं का भी ख्याल रखा जाना चाहिए।

न्यायमूर्ति बी. आर. गवई और न्यायमूर्ति के. वी. विश्वनाथन की पीठ ने मंदिर न्यास और श्रद्धालुओं की इस चिंता पर संज्ञान लिया कि निजी वाहनों पर तत्काल रोक लगाने से मंगलवार और शनिवार को मंदिर जाने वाले हजारों श्रद्धालुओं को दर्शन से वंचित होना पड़ेगा।

शीर्ष अदालत द्वारा नियुक्त केंद्रीय अधिकार प्राप्त समिति (सीईसी) ने अपनी रिपोर्ट में सरिस्का बाघ अभयारण्य के मुख्य क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध पांडुपोल हनुमान मंदिर तक निजी वाहनों की अनियंत्रित आवाजाही के कारण वन्यजीवों को होने वाले नुकसान पर चिंता जताई है।

पीठ ने सरिस्का के जिलाधिकारी, बाघ परियोजना के क्षेत्र में कार्यरत निदेशक और सीईसी के एक सदस्य की सदस्यता वाली एक समिति गठित करते हुए कहा, ‘‘बाघ अभयारण्य की सुरक्षा करते समय मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की भावनाओं का भी ध्यान रखा जाना चाहिए।’’

शीर्ष अदालत ने इससे पहले राजस्थान सरकार से सीईसी की रिपोर्ट पर जवाब तलब किया था।

इस मामले में कानूनी मित्र के रूप में न्यायालय की सहायता कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता के. परमेश्वर ने कहा था कि सीईसी ने बाघ अभयारण्य के मुख्य क्षेत्र स्थित प्राचीन मंदिर तक निजी वाहनों के जाने पर पूरी तरह रोक लगाने की सिफारिश की है और सुझाव दिया है कि श्रद्धालुओं को लाने-ले जाने के लिए इलेक्ट्रिक शटल बसें एक व्यावहारिक विकल्प हो सकती हैं।

उन्होंने अदालत से कहा कि सीईसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अभयारण्य के अंदर भारी वाहनों के आवागमन से बाघों के प्रजनन और अन्य वन्यजीवों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।

अरावली पर्वत शृंखला में स्थित सरिस्का बाघ अभयारण्य राजस्थान के अलवर और जयपुर जिलों में फैला हुआ है और इसका मुख्य क्षेत्र विविध प्रकार के वन्य जीवों का निवास है, जिसमें बाघों की अनेक प्रजातियां, नेवले और दलदली मगरमच्छ शामिल हैं।

पांडुपोल हनुमान मंदिर अभयारण्य के मुख्य हिस्से में 22 किलोमीटर भीतर है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)