नयी दिल्ली, आठ अगस्त शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह कंपनियों के तिमाही नतीजों, वृहद आर्थिक आंकड़ों तथा वैश्विक रुख से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है।
सरकार इस सप्ताह जून माह के औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) तथा जुलाई के मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी करेगी।
भारतीय रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए खुदरा मुद्रास्फीति के अनुमान को 5.1 प्रतिशत से बढ़ाकर 5.7 प्रतिशत कर दिया है। आपूर्ति दबाव तथा कच्चे तेल की कीमतों में बढ़त की वजह से केंद्रीय बैंक ने अपने अनुमान को बढ़ाया है।
हालांकि, कोरोना वायरस की दूसरी लहर कमजोर पड़ने के बाद रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए अपने 9.5 प्रतिशत की वृद्धि दर के अनुमान को बरकरार रखा है।
सैमको सिक्योरिटीज की इक्विटी शोध प्रमुख निराली शाह ने कहा, ‘‘इस सप्ताह सभी की निगाह महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़ों और कंपनियों के तिमाही नतीजों पर रहेगी। हालांकि, बाजार की धारणा मजबूत रहने की उम्मीद है लेकिन औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े, मुद्रास्फीति तथा विनिर्माण उत्पादन बाजार की दिशा को प्रभावित करेगा।’’
इस सप्ताह एमआरएफ, एमटेक ऑटो, जिंदल स्टील एंड पावर लि., ल्यूपिन, आयशर मोटर्स, टाटा स्टील, ग्रासिम इंडस्ट्रीज, एनबीसीसी और ओएनजीसी के तिमाही परिणाम आने हैं।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘इस सप्ताह सभी की निगाह जुलाई के मुद्रास्फीति तथा जून के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों पर रहेगी।’’ इसके अलावा विदेशी संस्थागत निवेशकों के निवेश के रुख, ब्रेंट कच्चे तेल के दाम और रुपये का उतार-चढ़ाव भी बाजार की दिशा तय करेगा।
बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,690.88 अंक या 3.21 प्रतिशत के लाभ में रहा। पांच अगस्त को सेंसेक्स 54,717.24 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचा।
रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा, ‘‘मानसून की प्रगति, तिमाही नतीजे तथा कोविड-19 से संबंधित घटनाक्रम भी आगामी दिनों में बाजार की दिशा तय करेंगे।’’
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