चंडीगढ़, 22 नवंबर भारत में तंजानिया की उच्चायुक्त अनीसा के मबेगा ने शुक्रवार को कहा कि वार्षिक ‘अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव’ एक शानदार उदाहरण है कि कैसे संस्कृति वैश्विक सद्भाव और आपसी समझ को बढ़ावा देने के लिए लोगों को एक साथ ला सकती है।
मबेगा ने गीता महोत्सव जैसे आयोजनों को उत्सव से कहीं बढ़कर बताते हुए कहा, “ये आयोजन हमें जोड़ने वाले सेतु हैं, जो घनिष्ठ संबंधों को और मजबूत बनाते हैं और हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए एक-दूसरे की सराहना करते हैं।”
इस वर्ष हरियाणा के कुरुक्षेत्र में 28 नवंबर से 15 दिसंबर तक मनाए जाने वाले ‘अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव’ के लिए तंजानिया भागीदार देश और ओडिशा भागीदार राज्य है।
तंजानिया की राजदूत यहां संवाददातओं को संबोधित कर रही थीं और उनसे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने महोत्सव को लेकर विचार व्यक्त किये थे।
इस अवसर पर आगामी महोत्सव के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
इस महोत्सव का यह नौवां संस्करण है और मुख्य कार्यक्रम पांच से 11 दिसंबर तक आयोजित किए जाएंगे।
मबेगा ने कहा, “मैं हरियाणा सरकार और आयोजकों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करती हूं कि उन्होंने मुझे इस प्रतिष्ठित समारोह का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया और तंजानिया को भागीदार देश बनाया। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 का हिस्सा बनना हमारे लिए सम्मान की बात है।”
उन्होंने कहा, “यह आयोजन एक शानदार उदाहरण है कि कैसे संस्कृति लोगों को एक साथ ला सकती है, वैश्विक सद्भाव और आपसी समझ को बढ़ावा दे सकती है।”
उच्चायुक्त ने कहा कि तंजानिया और भारत के बीच सदियों पुराना रिश्ता है।
उन्होंने कहा कि व्यापार मार्गों से लेकर दार्शनिक विचारों तक हमारी बातचीत ने दोनों राष्ट्रों को समृद्ध किया है और आपसी सम्मान पर आधारित घनिष्ठ बंधन को मजबूती दी है।
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