लखनऊ, 23 जून : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर रविवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उनका जीवन भारत की एकता और अखंडता के लिए समर्पित था. मुखर्जी पर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 1953 में "एक देश, एक प्रधान, एक विधान और एक निशान" के लिए अपने प्राणों की आहुति दी. उन्होंने कहा,‘‘ देश 1947 में आजाद हुआ और 1950 में भारत ने अपना संविधान लागू किया. लेकिन संविधान लागू करने के साथ ही तत्कालीन कांग्रेस नीत सरकार ने देश के संविधान में अनुच्छेद 370 जोड़कर राष्ट्रीय अखंडता को गंभीर नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया.’’
उन्होंने कहा, ‘‘तत्कालीन सरकार की मंशा को ध्यान में रखते हुए डॉ. मुखर्जी, जो उस समय केंद्र सरकार में मंत्री थे, ने अपना पद छोड़ दिया और देश की प्रतिष्ठा और अखंडता के लिए कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के लिए एक बड़ा आंदोलन शुरू किया.’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें कश्मीर सत्याग्रह के लिए अपना जीवन बलिदान करना पड़ा, जिसे उन्होंने भारतीय जनसंघ कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर शुरू किया था. कश्मीर में धारा 370 हटाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देते हुए योगी ने कहा कि ''डॉक्टर मुखर्जी का जो सपना था वह सपना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कश्मीर में धारा 370 समाप्त कर एक देश में एक प्रधान, एक विधान और एक निशान की उन भावनाओं का सम्मान करने का कार्य भाजपा की सरकार ने किया है.'' यह भी पढ़ें: Manipur: मणिपुर में फिर हुई गोलीबारी, सुरक्षा बलों को भेजा गया
उन्होंने कहा कि '' कश्मीर के लिए, देश की अखंडता और सीमाओं की सुरक्षा के लिए त्याग और बलिदान देने वालों को यह एक श्रद्धांजलि है.'' इसके पहले योगी ने सोशल मीडिया मंच ''एक्स' पर अपने संदेश में कहा कि ''महान राष्ट्रभक्त, भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष, उत्कृष्ट शिक्षाविद, राष्ट्रवादियों के मार्गदर्शक, श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! भारत की एकात्मता और अखंडता के लिए समर्पित उनका सम्पूर्ण जीवन एवं बलिदान देश वासियों के लिए महान प्रेरणा है.'' योगी के साथ श्रद्धांजलि सभा में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, पूर्व उप मुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य दिनेश शर्मा तथा पूर्व मंत्री महेन्द्र सिंह समेत कई प्रमुख नेताओं ने डॉक्टर मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित की.
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 'एक्स' अपने श्रद्धांजलि संदेश में कहा कि ''भारत की एकता व अखंडता के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित करने वाले भारतीय जनसंघ के संस्थापक, महान शिक्षाविद व प्रखर राष्ट्रवादी विचारक परम पूज्य डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि.'' उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी 'एक्स' पर डॉक्टर मुखर्जी को अपनी श्रद्धांजलि दी. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने अपने संदेश में कहा, ''भारत की एकता और अखंडता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले अभिजात देशभक्त व भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के बलिदान दिवस पर उन्हें कोटि-कोटि नमन. देश की एकता-अखंडता की रक्षा हेतु आपके द्वारा किया गया अद्भुत कार्य हम सभी के लिए प्रति प्रेरणा है.''