छत्रपति संभाजीनगर, 24 सितंबर : महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने मंगलवार को आरोप लगाया कि विपक्ष के नेता पुलिस मुठभेड़ में मारे गए बदलापुर यौन उत्पीड़न कांड के आरोपी को लेकर विरोधाभासी बयान दे रहे हैं. महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर शहर के एक स्कूल में दो नाबालिग लड़कियों के यौन उत्पीड़न के आरोपी शिंदे की सोमवार शाम एक पुलिसकर्मी की कथित तौर पर पिस्तौल छीनने और गोली चलाने के बाद पुलिस की जवाबी गोलीबारी में मौत हो गई.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई. पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘विपक्षी नेताओं ने पहले कहा था कि राज्य में महिलाएं असुरक्षित हैं और उन्होंने अक्षय शिंदे को मृत्युदंड दिए जाने की मांग की थी. अब जब पुलिस ने आत्मरक्षा के प्रयास में उसे मार दिया तो उन्हें पुलिस के बयान पर संदेह है. वे अपनी ही बात पर विरोधाभास कर रहे हैं.’’ राकांपा (एसपी) की सांसद सुप्रिया सुले ने अक्षय शिंदे की पुलिस हिरासत में मौत की परिस्थिति को लेकर महाराष्ट्र सरकार के बयान में विसंगतियों का आरोप लगाया है. यह भी पढ़ें : Sabarkantha Road Accident: गुजरात के साबरकांठा में सड़क हादसे में सात लोगों की मौत
उन्होंने कहा कि जिस आरोपी का चेहरा काले कपड़े से ढका हो और हाथों में हथकड़ी हो, वह चलते वाहन में किसी पुलिस वाले से पिस्तौल कैसे छीन सकता है. सुले ने बारामती में संवाददाताओं से बातचीत में यह भी कहा, ‘‘मैंने मांग की थी कि मुकदमा चलाने के बाद आरोपी को सार्वजनिक फांसी दी जाए जिससे समाज में कड़ा संदेश जाए.’’ उधर एक पुलिस अधिकारी ने दावा किया कि बदलापुर कांड के आरोपी अक्षय शिंदे ने पुलिस की गाड़ी में पिस्तौल छीनने के बाद कहा था कि वह किसी को नहीं छोड़ेगा.