अमृतसर, 19 दिसंबर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के खिलाफ उनके निजी जीवन के बारे में लगाए गए आरोपों की जांच के लिए बृहस्पतिवार को तीन सदस्यीय समिति गठित की।
एसजीपीसी की कार्यकारी समिति ने यह भी निर्णय लिया कि जांच के आधार पर निर्णय होने तक तख्त श्री दमदमा साहिब के मौजूदा मुख्य ग्रंथी तख्त के अधिकार क्षेत्र के तहत सेवाएं देंगे।
इस संबंध में एसजीपीसी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी के नेतृत्व में गुरुद्वारा देगसर साहिब कटाना (लुधियाना) में आयोजित शीर्ष गुरुद्वारा निकाय की कार्यकारी समिति की विशेष बैठक में यह निर्णय किया गया।
बैठक में तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार के खिलाफ शिकायतकर्ता गुरप्रीत सिंह द्वारा लगाए गए ‘‘गंभीर आरोपों’’ पर लंबी चर्चा हुई।
एसजीपीसी ने एक बयान में कहा कि कार्यकारी समिति ने यह माना कि इस पद की गरिमा और सम्मान को ध्यान में रखते हुए जत्थेदार के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच करना महत्वपूर्ण है।
बयान में कहा गया कि बैठक के दौरान पारित प्रस्ताव के माध्यम से जांच के लिए एक उप-समिति का गठन किया गया, जिसमें एसजीपीसी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रघुजीत सिंह विर्क, महासचिव शेर सिंह मंडवाला और कार्यकारी सदस्य दलजीत सिंह भिंडर शामिल हैं।
एसजीपीसी ने कहा कि यह उप-समिति पूरी जांच करेगी और 15 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।
विर्क, मंडवाला और भिंडर के अलावा, एसजीपीसी के कनिष्ठ उपाध्यक्ष बलदेव सिंह कल्याण एवं अन्य लोग भी बैठक में मौजूद थे।
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