चेन्नई, 8 सितंबर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर संविधान के विरूद्ध काम करने का आरोप लगाते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने शुक्रवार को कहा कि देश की धर्मनिरपेक्षता एवं एकता खतरे में है. मुख्यमंत्री ने यहां केरल मीडिया अकादमी में एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा था कि भारतीय संविधान उनका ‘वेद’ है और उन्होंने संसद को झुककर नमन किया था. लेकिन अब वह संविधान के विरूद्ध जा रहे हैं. लोगों को यह अहसास करना चाहिए और उसका विरोध करना चाहिए.’’
द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के अध्यक्ष स्टालिन ने आरोप लगाया, ‘‘भारत की एकता, विविधता एवं धर्मनिरपेक्षता पर खतरा है तथा सामाजिक न्याय को नष्ट करने की कोशिश की जा रही है. उसके माध्यम से वे (भाजपा वाले) भारत को नष्ट करने का प्रयास कर रहे हैं. हम इसका जबर्दस्त विरोध करते हैं.’’ Karnataka: CM सिद्धरमैया को मिली बड़ी राहत, कर्नाटक उच्च न्यायालय ने कार्यवाही पर रोक लगाई
उन्होंने कहा कि कुछ लोग ‘द्रविड़’ शब्द के उल्लेख मात्र से ‘चिढ़’ जाते हैं. उन्होंने दावा किया कि तमिलनाडु और केरल के लोग एक ही द्रविड़ परिवार से हैं. उन्होंने इन दोनों राज्यों के लोगों से भारत की रक्षा के लिए ‘डबल बैरल वाली’ बंदूक की तरह काम करने की अपील की.
स्टालिन ने कहा कि मीडिया को देश की सुरक्षा करने में योगदान करना चाहिए क्योंकि देश का लोकतंत्र तभी बचेगा जब मीडिया स्वतंत्र बना रहेगा.उन्होंने यहां चेटपेट में केरल मीडिया अकादमी और मलयाली एसोसिएशन ऑफ चेन्नई की बैठक का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में कहा, ‘‘ मीडिया ने जिस तहत किसी दुष्प्रचार को महत्व दिये बिना या भ्रम का शिकार हुए बिना स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान काम किया था, उसे उसी तरह अब भी काम करना चाहिए.’’
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