नयी दिल्ली, 17 मई पूंजी बाजार नियामक सेबी ने शुक्रवार को म्यूचुअल फंडों को ऐसे विदेशी कोषों में निवेश की सुविधा देने का प्रस्ताव रखा, जो अपनी संपत्ति का कुछ हिस्सा भारतीय प्रतिभूतियों में निवेश करते हैं।
सेबी ने अपने परामर्श पत्र में कहा कि प्रस्ताव इस तथ्य के अधीन है कि ऐसे विदेशी कोष का भारतीय प्रतिभूतियों में कुल निवेश उनकी शुद्ध संपत्ति का 20 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए।
सेबी ने अपनी टिप्पणी में कहा कि भारत की मजबूत आर्थिक वृद्धि संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए विभिन्न अंतरराष्ट्रीय सूचकांक, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ), म्यूचुअल फंड (एमएफ), यूनिट ट्रस्ट (यूटी) अपनी संपत्ति का एक हिस्सा भारतीय प्रतिभूतियों के लिए आवंटित करते हैं।
भारतीय म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए, और विदेशी एफओएफ (फंड ऑफ फंड) योजनाओं के तहत अक्सर विदेशी प्रतिभूतियों में निवेश करते हैं। इसमें विदेशी एमएफ, ईटीएफ और इंडेक्स फंड की इकाइयां शामिल हैं।
हालांकि, ऐसे विदेशी कोषों में निवेश के बारे में अस्पष्टता है, जो अपने फंड का एक निश्चित हिस्सा भारतीय प्रतिभूतियों में निवेश करते हैं।
ऐसे में सेबी ने प्रस्ताव दिया है कि भारतीय म्यूचुअल फंड योजनाएं ऐसे विदेशी एमएफ/ यूटी में निवेश कर सकती हैं, जिनका भारतीय प्रतिभूतियों में निवेश है, हालांकि उनका भारतीय प्रतिभूतियों में कुल निवेश उनकी कुल संपत्ति के 20 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए।
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