नयी दिल्ली, 14 दिसंबर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत के इतिहास का सबसे बड़ा जुमला ‘गरीबी हटाओ’ है।
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने ‘गरीबी हटाओ’ नारा दिया था।
संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर लोकसभा में दो दिवसीय चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक शब्द है जो कांग्रेस को बहुत पसंद है। उन्होंने कहा, ‘‘उनका (कांग्रेस का) सबसे पसंदीदा शब्द, जिसके बिना वे नहीं रह सकते... वह ‘जुमला’ है।’’
प्रधानमंत्री ने जब यह बात कही तो विपक्ष, खासकर कांग्रेस के सदस्यों ने ‘अदाणी-अदाणी’ के नारे लगाए।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल प्रधानमंत्री मोदी और सत्तारूढ़ दल द्वारा किए गए वादों को अक्सर ‘जुमला’ कहकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमला बोलते रहे हैं।
कई अवसरों पर विपक्ष ने भाजपा को ‘भारतीय जुमला पार्टी’ भी करार दिया है।
मोदी ने कहा, ‘‘कांग्रेस में हमारे मित्र दिन-रात ‘जुमला’ शब्द का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन यह देश जानता है कि भारत में सबसे बड़ा जुमला, जिसे चार पीढ़ियों ने इस्तेमाल किया है, वह ‘गरीबी हटाओ’ है।’’
‘गरीबी हटाओ, देश बचाओ’ इंदिरा गांधी के 1971 के चुनाव प्रचार अभियान का नारा था।
मोदी ने कहा, ‘‘यह एक जुमला था जिसने उन्हें राजनीतिक रूप से मदद की लेकिन गरीबों की मदद नहीं की।’’
उन्होंने कहा, ‘‘क्या कोई बता सकता है कि लोगों के पास शौचालय तक नहीं होना चाहिए था? शौचालय निर्माण के लिए अभियान भी मेरी सरकार ने शुरू किया।’’
प्रधानमंत्री ने इस दौरान उनकी सरकार की ओर से गरीब कल्याण की दिशा में उठाए गए विभिन्न योजनाओं का भी उल्लेख किया।
मोदी ने विपक्षी नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘आपने टीवी और अखबारों में गरीब और गरीबी देखी है, आप नहीं जानते कि गरीबी क्या होती है।’’
उन्होंने कहा कि 2014 में जब राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) को सरकार बनाने का मौका मिला तो लोकतंत्र और संविधान को मजबूती मिली।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘गरीबों को मुश्किलों से मुक्ति मिले, यह उनकी सरकार का बहुत बड़ा संकल्प है।’’ उन्होंने कहा कि आज 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकल गए हैं।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)