नयी दिल्ली, 5 अप्रैल : शिवसेना के सदस्य संजय राउत (Sanjay Raut) ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कुछ चीनी मोबाइल ऐप गलत तरीकों से भारतीय अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने सरकार से ऐसे ऐप के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की. शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए राउत ने कहा कि सोमवार को दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने ऐसे ही एक मामले में आठ अंतरराष्ट्रीय ठगों को गिरफ्तार किया है. राउत ने कहा ‘‘ये ठग एक चीनी ऐप की मदद से लोन देते थे और ऐप की मदद से छेड़छाड़ कर तैयार की गई तस्वीरों का उपयोग कर लोगों से जबरन वसूली करते थे और उन्हें ठगते थे. उनके 25 खातों का पता चला है. यह केवल ठगी का ही मामला नहीं है बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है. ’’
उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस की ‘‘इंटेलिजेन्स फ्यूजन एंड स्ट्रेटेजिक ऑपरेशन्स यूनिट’’ ने इस गिरोह का भंडाफोड़ किया जो मोबाइल ऐप की मदद से ऋण की पेशकश करता था लेकिन वास्तव में उपयोगकर्ताओं के निजी आंकड़ों तक पहुंच के लिए उनके फोन में एक मालवेयर स्थापित कर देता था. राउत ने कहा कि पाकिस्तानी एजेंसियां जैसे आइएसआई भारत की अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने के लिए नकली नोट वितरित करती है. उन्होंने कहा, ‘‘अब तो चीन इससे भी आगे निकल गया है.’’ यह भी पढ़ें : ED का बड़ा एक्शन, 1034 करोड़ रुपये के पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले में संजय राउत की संपत्ति अटैच
उन्होंने कहा कि एक चीनी ऐप के माध्यम से ऋण दिलाने के बहाने लोगों को ब्लैकमेल किया जा रहा था. ‘‘कई लोग इस तरह से ठगे गए हैं.’’ उन्होंने कहा कि ये ठग भारतीय मुद्रा को क्रिप्टो करेंसी में बदल कर विदेशों में भेज सकते थे और हमारे आंकड़ों को भी . उन्होंने कहा ‘‘देश में चीनी मोबाइल फोन, चीनी ऐप का इस्तेमाल हो रहा है जिसे देखते हुए खतरा और भी बढ़ जाता है.’’ राउत ने सरकार से पूरे मामले की गहन जांच कराने और कड़े कदम उठाने की मांग की.