चंडीगढ़: पंजाब (Punjab) सरकार ने बुधवार को आदेश दिया कि राज्य के स्कूलों में रोजाना कम से कम 10 हजार नमूनों की आरटी-पीसीआर जांच की जाए. सरकार का यह आदेश गत दो दिन में कम से कम 26 विद्यार्थियों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद आया है. मंगलवार को लुधियाना के दो स्कूलों के 20 विद्यार्थी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे जबकि बुधवार को होशियारपुर जिले के एक सरकारी स्कूल के छह विद्यार्थी कोविड पॉजिटिव पाए गए. पंजाब के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से मुलाकात कर कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग की
पंजाब सरकार ने दो अगस्त से स्कूलों को सभी कक्षाएं खोलने की अनुमति दी है. यहां जारी बयान के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी की स्थिति की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए पंजाब की मुख्य सचिव विनी महाजन ने निर्देश दिया कि राज्य के स्कूलों में कम से कम 10 हजार नमूनों की आरटी-पीसीआर जांच की जाए.
बयान के मुताबिक मुख्य सचिव ने सभी जिला उपायुक्तों से कहा कि वे सुनिश्चित करें कि पूर्ण रूप से टीकाकरण करा चुके कर्मचारियों को ही स्कूल आने की अनुमति दी जाए.
संबंधित विभागों को आरटी-पीसीआर जांच की संख्या बढ़ाने का निर्देश देते हुए महाजन ने कहा कि राज्य में रोजाना 40 हजार नमूनों की जांच का लक्ष्य अवश्य पूरा किया जाए.
बयान के मुताबिक महाजन ने अन्य पड़ोसी राज्यों से जहां कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं, वहां से लोगों की आवाजाही पर भी चिंता जताई. उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि त्योहारों से पहले संक्रमण दर पर वे करीबी नजर रखें क्योंकि कोविड-19 के मामलों में वृद्धि को रोकने के लिए अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है.
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