नई दिल्ली, 17 सितंबर: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने रोजगार के मुद्दे पर बृहस्पतिवार को युवाओं के साथ डिजिटल संवाद किया और कहा कि उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में संविदा नीति के खिलाफ सड़क पर उतरकर आवाज उठाई जाएगी. पार्टी की ओर से जारी बयान के मुताबिक प्रियंका ने 2016 की शिक्षक भर्ती के 12460 अभ्यर्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की. यह बातचीत प्रियंका गांधी द्वारा हाल ही में शुरू किए गए युवाओं के साथ रोजगार पर संवाद का हिस्सा है.
इस संवाद के दौरान प्रियंका ने कहा, "मेरा मानना है कि युवाओं की बात सुननी पड़ेगी और उनके मुद्दों के लिए हमें सड़क से लेकर सदन तक इन मुद्दों पर लड़ना होगा. कांग्रेस पार्टी इसमें पीछे नहीं हटने वाली." कांग्रेस का दावा है कि 2016 की शिक्षक भर्ती विज्ञापन में 51 जिलों में पद थे लेकिन 24 जिलों में पद शून्य थे. विगत 3 साल से शून्य जनपद वाले अभ्यर्थी कोर्ट- कचहरी के चक्कर काट रहे हैं.
युवा की मांगें
👉समय पर परीक्षा
👉तय समय में रिजल्ट
👉 बगैर कोर्ट गए joining
👉नौकरियां बढ़ें
👉संविदा कानून रद्द हो
युवाओं ने महाहुंकार भरी है। अब भी सरकार आंख मूंदे बैठी रही और अपना रुख नहीं बदला तो युवा सरकार बदल देंगे#राष्ट्रीय_बेरोजगारी_दिवस#NationalUnemploymentDay
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 17, 2020
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पार्टी के अनुसार, अभ्यर्थियों ने प्रियंका गांधी को अपनी पीड़ा से अवगत कराया. प्रियंका ने वादा किया वह हरसंभव मदद करेंगी. उन्होंने यह भी कहा, "यह हमारे लिए राजनीतिक मुद्दा नहीं बल्कि मानवीय संवेदनाओं का मसला है. यह न्याय का सवाल है."
प्रियंका ने उत्तर प्रदेश में समूह ख और ग की नौकरियों को पांच साल की संविदा के प्रावधान संबंधी प्रस्ताव को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "यह काला कानून है. इस के खिलाफ सड़क पर उतरा जाएगा. हम ऐसी नीति लाएंगे जिसमें युवाओं का अपमान करने वाला संविदा कानून नहीं बल्कि सम्मान के कानून हों."
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