नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में घायल हुए सैनिकों से शुक्रवार को कहा कि उन्होंने ‘‘करारा जवाब’’ दिया है. लेह में सेना के एक अस्पताल में भर्ती घायल सैनिकों से बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के लिए जो उन्होंने खून बहाया है, उनकी बहादुरी आने वाले समय में प्रेरणा का स्रोत होगी.
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प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पूरा विश्व यह चर्चा कर रहा है कि भारत के वीर सपूतों ने ‘‘ऐसी शक्ति’’ के खिलाफ क्या अदम्य साहस का परिचय दिया है. उन्होंने कहा कि विश्व उन युवाओं, उनकी कुर्बानियां, उनके प्रशिक्षण और उनकी उत्कृष्ट प्रतिबद्धता के बारे में जानने को उत्सुक है.
उन्होंने घायल सैनिकों से कहा, ‘‘जो जाबांज हमें छोड़ गये, वे बगैर कारण नहीं गये. साथ मिलकर, आप सब ने करारा जवाब भी दिया है.’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि 130 करोड़ भारतीयों को उन पर गर्व है. उन्होंने कहा, ‘‘आपके शौर्य और साहस से नई पीढ़ी को प्रेरणा मिल रही है. आपने जो खून बहाया है, लंबे समय तक युवाओं और नागरिकों को उससे प्रेरणा मिलेगी.’’
इससे पहले, प्रधानमंत्री आज भारतीय जवानों के साथ बातचीत करने के लिए लद्दाख के निमू पहुंचे. निमू वो जगह है जो ज़ांस्कर पहाड़ियों से घिरा हुआ है और सिंधु नदी के तट पर स्थित है. प्रधानमंत्री ने वहां भारतीय सेना के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की और बाद में थल सेना,वायु सेना और आईटीबीपी के जवानों के साथ बातचीत की.
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