देहरादून, 19 दिसंबर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश में होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों के लिए विभिन्न सुविधाएं तैयार करने का कार्य प्रारंभ किया जा चुका है और इसके लिए राष्ट्रीय खेल सचिवालय का गठन किया गया है. यहां महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ का उद्घाटन करने के मौके पर धामी ने कहा कि खेल सचिवालय से इन खेलों का संचालन बेहतर रूप से किया जा सकेगा. प्रदेश में अगले साल राष्ट्रीय खेल आयोजित किए जाने हैं.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स किट प्रदान की जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य स्तर पर आयोजित होने वाला इस खेल महाकुंभ का उद्देश्य प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर की बड़ी खेल प्रतियोगिताओं के लिए भी तैयार करना है. उन्होंने उम्मीद जताई कि उत्तराखंड में होने वाले राष्ट्रीय खेल प्रदेश की खेल प्रतिभाओं के विकास में मील का पत्थर साबित होंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में खेलों को बढ़ावा मिला है. उन्होंने कहा कि भारत ने हाल में चीन में संपन्न हुए एशियाई खेलों में रिकार्ड 107 पदक जीते.’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रदेश में भी गांव से लेकर शहर तक के युवा खिलाड़ियों के लिए अभिनव प्रयोग किये जा रहे हैं. हरिद्वार में फ्लाईओवर के नीचे खाली पड़ी जगह का प्रयोग कर वहां बैडमिंटन कोर्ट, बास्केटबाल कोर्ट, ओपन जिम आदि बनाये जा रहे हैं.’’
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवा खिलाड़ियों के लिए नौकरियों में खेल कोटे को भी पुनः प्रारंभ करने के लिए प्रयासरत है जबकि राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सीधे सरकारी नौकरी देने का प्रावधान भी किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने खेल विभाग के अधिकारियों को आगामी राष्ट्रीय खेलों के लिए सभी तैयारियां तेजी से करने तथा प्रदेश में अच्छे खिलाड़ी खोजकर उन्हें बेहतर प्रशिक्षण की व्यवस्था करने के निर्देश दिए.
उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस खेल महाकुंभ में प्रतिभाग कर रहे युवा खिलाड़ी अगले वर्ष होने वाले राष्ट्रीय खेलों के साथ ही भविष्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड का ही नहीं बल्कि देश का नाम रोशन करेंगे. खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि राज्य में लागू नई खेल नीति में खिलाड़ियों को हर संभव सुविधा देने के प्रयास किये गये हैं. राज्य में आठ से 14 वर्ष की आयु के लगभग चार हजार खिलाड़ियों को मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन खेल छात्रवृत्ति दी जा रही है जबकि मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना से राज्य में 14 से 23 वर्ष के 2600 खिलाड़ियों को लाभान्वित किया जा रहा है.
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