यूद्धग्रस्त यूक्रेन के खारकीव में बच्चों समेत बड़ी संख्या में लोग सेंट निकोल्स चर्च गए और नव वर्ष से पहले विशेष प्रस्तुतियों का उन्होंने आनंद लिया. इस बीच कुछ सैनिकों ने कहा है कि वे आम तौर पर नववर्ष को अपने परिवार के साथ मनाते थे लेकिन इस बार उन्होंने चौकियों पर रहने का फैसला किया है, क्योंकि उन्हें अपने देश की हिफाज़त करनी है. अन्य सैनिक अपने प्रियजनों के संग नव वर्ष की पूर्व संध्या मनाने के लिए राजधानी कीव लौट आए. विद्यूत आपूर्ति को निशाना बनाने वाले रूस के लगातार हमलों की वजह से लाखों लोग बिना बिजली के हैं और इस वजह से बड़े कार्यक्रम करने की योजना नहीं बनाई गई. मध्यरात्रि से कई स्थानों पर कर्फ्यू लगाया जाना था. फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने शनिवार शाम को टीवी के जरिए अपने संबोधन में “एकता और विश्वास” का संदेश दिया. उन्होंने यूक्रेन में जंग का कई बार हवाला दिया और ‘यूक्रेनी दोस्तों’ को फ्रांस का संदेश देते हुए कहा, “ हम आपका सम्मान और प्रशंसा करते हैं.”
मैक्रों ने कहा, ‘‘ आने वाले साल में हम आपके साथ रहेंगे. हम जीतने तक आपकी मदद करेंगे और हम साथ मिलकर उचित और स्थायी शांति लाएंगे. फ्रांस और यूरोप पर भरोसा रखें.” तुर्किये के सबसे घनी आबादी वाले शहर इस्तांबुल में भी वर्ष 2023 का जश्न ज़ोरशोर से मनाया गया. यहां लोगों ने पटाखे जलाए. शहर के सबसे व्यस्त मार्ग इस्तिकाल एवन्यू में ईसाई धर्म के हजारों अनुयायियों ने नववर्ष पर और पूर्व पोप बेनेडिक्ट 16वें के लिए प्रार्थना की. पोप बेनेडिक्ट का 95 साल की उम्र में शनिवार को निधन हो गया. प्रशांत क्षेत्र में स्थित किरिबाती राष्ट्र ने सबसे पहले नववर्ष का स्वागत किया. इस मुल्क में 2023 ने पड़ोसी न्यूज़ीलैंड से एक घंटे पहले दस्तक दे दी थी. न्यूज़ीलैंड के ऑकलैंड में बड़ी संख्या में लोग ‘स्काई टावर’ के नीचे जमा हुए और 10 सेकंड की उलटी गिनती की और 12 बजते ही आतिशबाज़ी कर नववर्ष का स्वागत किया. न्यूज़ीलैंड के सबसे बड़े शहर में काफी धूमधाम से नववर्ष का जश्न मनाया गया, एक साल पहले कोविड के कारण नए साल के कार्यक्रमों को रद्द करना पड़ा था.
ऑकलैंड से करीब 225 किलोमीटर दूर टौरंगा में नववर्ष के जश्न के दौरान एक हादसा हो गया. टौरंगा नगर परिषद ने बताया कि ‘बाउंसिंग कैसल’ के 100 मीटर तक उछलने के कारण पांच लोग जख्मी हो गए जिनमें से एक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. विविधता और समावेश की थीम पर जश्न मनाने के लिए सिडनी के एक झरने पर 10 लाख से ज्यादा लोग जुटे. इस उत्सव पर कई लाख डॉलर का खर्च आया है. सिडनी हार्बर ब्रिज के ऊपर से सात हज़ार से ज्यादा फटाखे छोड़े गए. सैनिक शासन वाले म्यांमा में अधिकारियों ने तीन सबसे बड़े शहरों में कर्फ्यू में तीन घंटे की रियायत दी ताकि लोग नववर्ष की पूर्व संध्या का जश्न मना सकें. सैन्य शासन का विरोध कर रहे लोगों ने जनता से सार्वजनिक तौर पर जमा होने से बचने को कहा और अंदेशा व्यक्त किया कि सुरक्षा बल वहां पर विस्फोट कर सकते हैं या हमला कर सकते हैं और इसका दोष उनपर मढ़ देंगे.