पणजी, 22 नवंबर मुंबई में अमेरिका के महावाणिज्यदूत माइक हैंकी ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिका और भारत विभिन्न प्रकार की साझेदारियां बना सकते हैं। दोनों देशों के बीच इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण और हरित ऊर्जा क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाएं हैं।
उन्होंने गोवा की अपनी यात्रा के दौरान राज्य में संवाददाताओं से कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के लिए जरूरी लिथियम आयन बैटरी की आपूर्ति श्रृंखला केवल चीन पर निर्भर है और अगर आपूर्ति एक ही जगह पर निर्भर है, तो वह मजबूत और लचीली नहीं होगी।
हैंकी ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की पहल के तहत उद्योग विशेषज्ञों सहित कई संबंधित पक्षों से मुलाकात की।
उन्होंने कहा कि वह उद्योग विशेषज्ञों के साथ बातचीत के दौरान इलेक्ट्रॉनिक और हरित ऊर्जा उद्योग की कुछ कंपनियों की योजनाओं से प्रभावित हुए।
उन्होंने कहा, ''मैं उन पक्षों के बीच सहयोग के कुछ अवसर देखता हूं, जो इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण और हरित ऊर्जा विनिर्माण के अत्याधुनिक समाधानों में अमेरिका और भारत में बेहतरीन काम कर रहे हैं।''
अमेरिकी महावाणिज्यदूत ने कहा कि उद्योग स्वच्छ ऊर्जा बदलाव में सहायता कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ''मुझे लगता है कि हम उन अमेरिकी और भारतीय कंपनियों के बीच कुछ संबंध देखेंगे जो प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान पर काम कर रही हैं और उन क्षेत्रों में व्यावसायिक संबंध बढ़ा रही हैं।''
गोवा की अपनी यात्रा पर उन्होंने कहा कि उन्होंने राज्य में जो देखा उससे वे प्रभावित हैं।
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