कोलकाता, 22 नवंबर भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) की चेयरपर्सन रवनीत कौर ने शुक्रवार को संकेत दिया कि निष्पक्ष व्यापार नियामक अदाणी समूह के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोप पर जांच शुरू करने के लिए मीडिया में आई खबरों का संज्ञान नहीं लेगा।
उन्होंने दावा किया कि आयोग उसके समक्ष कुछ सूचनाएं दाखिल होने के बाद ही कदम उठाता है।
अरबपति गौतम अदाणी पर अमेरिकी अभियोजकों ने सौर ऊर्जा अनुबंधों के लिए अनुकूल शर्तों के बदले भारतीय अधिकारियों को 25 करोड़ अमेरिकी डॉलर (करीब 2,100 करोड़ रुपये) से अधिक की रिश्वत देने की साजिश रचने का हिस्सा होने का आरोप लगाया है।
अदाणी समूह ने बृहस्पतिवार को इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि अमेरिकी अभियोजकों के आरोप निराधार हैं और समूह सभी कानूनों का अनुपालन कर रहा है।
अदाणी मामला सीसीआई के दायरे में आता है या नहीं इस सवाल पर कौर ने कहा, ‘‘ सीसीआई प्रतिस्पर्धा अधिनियम द्वारा शासित है। इसका उद्देश्य प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना और बनाए रखना है। यदि कोई मामला प्रतिस्पर्धा अधिनियम के दायरे में आता है, तो वह प्रतिस्पर्धा आयोग के पास आता है।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या प्रतिस्पर्धा नियामक अमेरिकी अभियोजकों के आरोपों के संदर्भ में मीडिया की खबरों का संज्ञान लेगा, उन्होंने कहा, ‘‘ नहीं, हम मीडिया की खबरों का संज्ञान नहीं लेते हैं। हमारे पास कुछ सूचनाएं होनी चाहिए जो हमारे समक्ष दायर की जाएं और फिर आयोग उस पर कार्रवाई करता है।’’
कौर, मर्चेंट्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एमसीसीआई) द्वारा प्रतिस्पर्धा कानून पर आयोजित एक क्षेत्रीय कार्यशाला में हिस्सा लेने के लिए शहर में हैं।
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