नयी दिल्ली, 23 मार्च संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में बृहस्पतिवार को लोकसभा में लगातार नौवें दिन प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं चल सका और राहुल गांधी के लोकतंत्र के संबंध में विदेश में दिये बयान को लेकर माफी की मांग कर रहे सत्तापक्ष के सदस्यों तथा अडाणी मुद्दे पर विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे के कारण बैठक एक बार के स्थगन के बाद शाम छह बजे तक स्थगित कर दी गई।
एक बार के स्थगन के बाद अपराह्न दो बजे निचले सदन की कार्यवाही शुरू होने पर पीठासीन सभापति राजेन्द्र अग्रवाल ने आवश्यक कागजात सभापटल पर रखवाए।
अग्रवाल ने बताया कि शाम छह बजे वर्ष 2023-24 के लिए केंद्रीय बजट के संबंध में अनुदान की मांगों को सदन की मंजूरी के लिए प्रस्तुत किया जायेगा।
इस बीच, कांग्रेस सहित कुछ विपक्ष दलों के सदस्य अडाणी मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की मांग करते हुए आसन के समीप आ गए। वहीं, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य अपने स्थान से ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के लंदन में दिए बयान को लेकर माफी मांगने की मांग करने लगे।
पीठासीन सभापति अग्रवाल ने सदस्यों से शांत होने की अपील की। लेकिन व्यवस्था बनती नहीं देख उन्होंने कार्यवाही शाम छह बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले आज सुबह सदन की बैठक शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के शहीद दिवस का उल्लेख करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने सदन के तीन पूर्व सदस्यों सत्यव्रत मुखर्जी, सोहन पोटाई और रंगासामी ध्रुवनारायण के निधन की जानकारी देते हुए उन्हें भी श्रद्धांजलि दी।
इसके बाद उन्होंने प्रश्नकाल शुरू करने का निर्देश दिया तो कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी कुछ कहने का प्रयास करते देखे गये।
लोकसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल के बाद सदस्यों को बोलने का अवसर देने का आश्वासन देते हुए कहा, ‘‘मैंने किसी को बोलने से नहीं रोका है। नियम और प्रक्रियाओं के तहत सभी सदस्य बोल सकते हैं। यह सदन आपका अपना है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं नियम प्रक्रियाओं के तहत बोलने की अनुमति दूंगा।’’
कांग्रेस समेत विपक्ष के सदस्य पिछले कुछ दिनों की तरह ही आसन के समीप आकर हंगामा करने लगे और अडाणी मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग करने लगे। कांग्रेस के कुछ सांसद पार्टी नेता राहुल गांधी को सदन में बोलने देने की मांग करते हुए ‘राहुल गांधी की बात सुनो’ के नारे लगा रहे थे।
इसी दौरान भाजपा के कुछ सदस्य अपने स्थान पर खड़े होकर ‘राहुल गांधी माफी मांगो’ के नारे लगाने लगे। वे बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत से ही लंदन में भारतीय लोकतंत्र को लेकर दिये गये राहुल गांधी के बयान पर उनसे माफी की मांग कर रहे हैं।
बिरला ने कहा कि देश चाहता है सदन चले, जनता के मुद्दों और उनकी कठिनाइयों पर चर्चा हो।
उन्होंने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा, ‘‘आप सदन नहीं चलाना चाहते और सदन में नारेबाजी करना चाहते हैं।’’
लोकसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक स्थगित कर दी।
दीपक
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