नयी दिल्ली, 12 दिसंबर भारत की सबसे बड़ी तेल एवं गैस उत्पादक ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) झारखंड में अपने ‘कोयला सीम’ और त्रिपुरा के एक क्षेत्र से प्राकृतिक गैस के लिए 3.5-4 डॉलर की न्यूनतम कीमत चाहती है। कंपनी की इन क्षेत्रों से गैस उत्पादन की योजना है।
ओएनजीसी ने झारखंड के नॉर्थ करनपुरा सीबीएम ब्लॉक से 20,000 घन मीटर प्रतिदिन (एमएमबीटीयू) कोल-बेथ मीथेन (सीबीएम) गैस उत्पादन के लिए खरीदारों से निविदाएं आमंत्रित की हैं। साथ ही उसने त्रिपुरा में खुबल क्षेत्र से एक लाख घन मीटर गैस उत्पादन के लिए निविदा निकाली है।
निविदा दस्तावेज के अनुसार, सीबीएम गैस के लिए उसने खरीदारों को दिनांकित ब्रेंट मूल्य के आठ प्रतिशत के बराबर या उससे ऊंचा दाम ‘कोट’ करने को कहा है।
इसमें कहा गया है, ‘‘न्यूनतम कीमत चार डॉलर प्रति इकाई अथवा पेट्रोलियम योजना एवं विश्लेषण प्रकोष्ठ (पीपीएसी) या सरकार द्वारा घरेलू गैस के लिए अधिसूचित दाम से अधिक होनी चाहिए।
ओएनजीसी और ऑयल इंडिया को नामांकन के आधार पर दिए गए क्षेत्रों के लिए पीपीएसी द्वारा एक अक्टूबर से छह माह के लिए अधिसूचित कीमत 2.9 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू है।
ओएनजीसी का कहना है कि सरकार द्वारा अधिसूचित गैस की कीमत लागत से काफी कम है और कंपनी को अपने अधिकांश क्षेत्रों से प्राकृतिक गैस के उत्पादन और बिक्री पर नुकसान हो रहा है। कंपनी का कहना है कि विभिन्न स्रोतों या क्षेत्रों से उसकी गैस की उत्पादन लागत 4.5 से 9 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू तक है।
खुबल क्षेत्र से कंपनी ने न्यूनतम कीमत 3.5 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू तय की है।
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